Mumbai, December 14: दिग्गज अभिनेता और नेता शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) ने ‘महान शोमैन’ राज कपूर (Raj Kapoor) को उनकी जयंती पर एक भावुक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए याद किया. उन्हें अपने लिए प्रेरणा का बड़ा स्रोत बताते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने X पर लिखा, “हमेशा हमारे दिलों में आज ‘महान शोमैन’, दिग्गज और सर्वश्रेष्ठ #राजकपूर को याद कर रहा हूं, जो हमेशा मेरे लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत रहे हैं.”शत्रुघ्न सिन्हा ने इसके साथ ही 1976 की एक्शन फिल्म ‘खान दोस्त’ में राज कपूर के साथ काम करने की यादें भी साझा कीं. उन्होंने लिखा, “‘खान दोस्त’ में साथ काम करने के पलों को याद कर रहा हूं. आपकी बहुत याद आती है. महान कपूर परिवार को मेरी गहरी श्रद्धांजलि. राज कपूर अमर रहें! #जन्मदिन” यह भी पढ़ें: Smita Patil Death Anniversary: जैकी श्रॉफ ने 39वीं पुण्यतिथि पर स्मिता पाटिल की विरासत को किया नमन (See Post)
Shatrughan Sinha Remembers Raj Kapoor on His Birth Anniversary
Forever in our hearts, thinking of you today, 'the greatest showman' legendary & best #RajKapoor the great source of inspiration for me always. Reminiscing about working together in 'Khan Dost' You are truly missed. Profound regards to the great Kapoor family. Long Live Raj… pic.twitter.com/1HlzncpFXw
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) December 14, 2025
दुलाल गुहा के निर्देशन में बनी फिल्म ‘खान दोस्त’ नासिक में रहने वाले एक सीधे-सादे और भोले-भाले कांस्टेबल रामदीन पांडे की कहानी है, जिसका किरदार राज कपूर ने निभाया था. सीमित साधनों में गुज़ारा करने वाला रामदीन तब मुश्किल में पड़ जाता है, जब उसकी ज़िंदगी में एक अप्रत्याशित मोड़ आता है. कहानी तब आगे बढ़ती है, जब रहमत खान (शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा अभिनीत) नाम का एक कुख्यात कैदी उसे जेल से फरार होने में मदद करने के लिए मना लेता है. इस फिल्म में मिथुन मुखर्जी, योगिता बाली, सत्येंद्र कपूर, सुलोचना लाटकर, असित सेन, जगदीश राज, मारुति और चंदूलाल ने भी अहम भूमिकाएँ निभाई थीं.
पृथ्वीराज कपूर के सबसे बड़े बेटे राज कपूर ने महज 10 साल की उम्र में 1935 की फिल्म ‘इंकलाब’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की. वर्ष 1948 में उन्होंने अपना प्रोडक्शन बैनर आर.के. फिल्म्स स्थापित किया और म्यूजिकल ड्रामा ‘आग’ से निर्देशन में कदम रखा. इस फिल्म में उनके साथ नरगिस, प्रेमनाथ और कामिनी कौशल भी नज़र आए थे.
चार्ली चैपलिन से प्रेरित राज कपूर ने अपनी कई फिल्मों में ‘द ट्रैम्प’ से मिलते-जुलते किरदार निभाए, जिनमें ‘आवारा’ (1951), ‘श्री 420’ (1955) और ‘मेरा नाम जोकर’ (1970) शामिल हैं. भारतीय सिनेमा में उनके अतुलनीय योगदान को सम्मान देते हुए भारत सरकार ने उन्हें 1971 में पद्म भूषण से नवाज़ा.
इसके अलावा, 1988 में उन्हें सिनेमा के क्षेत्र में देश के सर्वोच्च सम्मान दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया. आज राज कपूर की विरासत को उनके पोते-पोतियां करीना कपूर, करिश्मा कपूर और रणबीर कपूर अपने दमदार अभिनय के जरिए आगे बढ़ा रहे हैं.













QuickLY