पुलवामा (Pulwama) में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ (CRPF) के 40 से भी ज्यादा जवान शहीद हो गए. इस भयावय हमले ने पूरे देश को झकझोड़ कर रख दिया. पाकिस्तान (Pakistan) और आंतकवाद के खिलाफ देश में पुरजोर विरोध चालू है. इसी दौरान पाकिस्तानी कलाकारों (Pakistani Actors) को भारतीय फिल्म इंडस्ट्री (Indian Film Industry) में काम करने से बैन कर दिया गया है. इसी के साथ ये भी बताया गया कि भारत (India) की आनेवाली हालिया 5 बड़ी फिल्मों को पाकिस्तान में रिलीज नहीं किया जाएगा.
अब भारत के इस फैसले के बाद पाकिस्तानी फिल्म इंडस्ट्री को तगड़ा झटका लगा है. भारत की आनेवाली 5 फिल्में 'लुका छुपी', 'भारत', 83', 'केसरी' और 'टोटल धमाल' को पाकिस्तान में रिलीज नहीं किया जाएगा. ऐसे में अब खबर आ रही है कि इन फिल्मों के मेकर्स द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद अब पाकिस्तानी फिल्म एक्स्हिबिटर्स को तकरीबन 102 करोड़ का घाटा सहना पड़ेगा.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के फिल्म वितरक बाबर शेख ने इस बात को स्वीकार किया कि पाकिस्तानी फिल्म इंडस्ट्री भारतीय मनोरंजन जगत के बलबूते कमाई करती है. फिल्म 'टोटल धमाल' और 'लुक्का छुपी' से ही उन्हें 15 से 18 करोड़ रूपए की कमाई होने वाली थी. 'केसरी' का व्यापार भी 20 से 22 करोड़ के आसपास का होता. सलमान खान स्टारर फिल्म 'भारत' का बिजनेस तो 40 करोड़ तक जाता.
पाकिस्तान में भारत की ज्यादतर फिल्में रिलीज होती है. फिल्म 'पद्मावत' और 'सिम्बा' से पाकिस्तानी फिल्म एक्स्हिबिटर्स को काफी फायदा मिला.
अब बात करें सिर्फ पाकिस्तान को तो वो साला सिर्फ 10 से 15 फिल्में ही बना पाता है. ऐसे में वहां की फिल्म इंडस्ट्री को होने वाले प्रॉफिट का 75 प्रतिशत शेयर भारतीय फिल्मों से आता है. पाकिस्तान में फिल्में बैन किए जाने से भारत को खासा असर नहीं पड़ेगा क्योंकि यहां की फिल्में पाकिस्तान के अलावा अमरीका, चीन, यूके, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, हांगकांग, थाईलैंड और जापान जैसे देशों में रिलीज किया जाता है. ऐसे में भारतीय फिल्मों की कमाई को पाकिस्तान से महज 5 से 7 प्रतिशत का कॉन्ट्रिब्यूशन आता है.
इन सब तत्थों को मद्देनजर रखते हुए एक बात तो साफ है कि भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के फैसले के बाद पाकिस्तान की कमाई पर भी खासा असर पड़ेगा.