Operation Khukri: रणदीप हुड्डा ने हासिल किए 'ऑपरेशन खुकरी' के फिल्म राइट्स, निभाएंगे मेजर जनरल पुनिया का किरदार
Randeep Hooda (Photo Credits: Instagram)

मुंबई, 20 मई : बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा इन दिनों अपनी नई फिल्म 'जाट' की सफलता का आनंद ले रहे हैं. अब वह एक और बड़ी फिल्म में नजर आने वाले हैं, जिसमें रोमांचक और देशभक्ति से भरी कहानी होगी. दरअसल, उन्होंने सेना पर आधारित किताब 'ऑपरेशन खुकरी' के फिल्म राइट्स खरीद लिए हैं, यानी अब वह इस किताब पर फिल्म बनाएंगे और उसमें एक्टिंग भी करेंगे.

रणदीप हुड्डा ने कहा, "'ऑपरेशन खुकरी' की कहानी ने मुझे भीतर तक प्रभावित किया है. यह सिर्फ गोलियों और जीत की बात नहीं है, बल्कि इसमें बलिदान, भाईचारा और मुश्किल हालात में भी हिम्मत न हारने की कहानी है. यह कहानी दिल से जुड़ने वाली है." यह भी पढ़ें : OMG 3 Script Update: ‘ओएमजी 3’ की स्क्रिप्टिंग जारी, 2026 में शुरू होगी शूटिंग, टीम क्वालिटी को दे रही प्राथमिकता

वैरायटी डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, रणदीप हुड्डा ने 'ऑपरेशन खुकरी: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ द इंडियन आर्मी के ब्रेवेस्ट पीसकीपिंग मिशन अब्रॉड' नाम की किताब के फिल्म बनाने के ऑफिशियल राइट्स ले लिए हैं. इस किताब को मेजर जनरल राजपाल पुनिया और दामिनी पुनिया ने लिखा है. अब रणदीप इस सच्ची घटना पर आधारित एक बड़ी मिलिट्री ड्रामा फिल्म बनाएंगे, जिसमें भारतीय सेना के साहसी अभियानों की कहानी दिखाई जाएगी, जो विदेशी धरती पर चलाए गए.

रणदीप ने आगे कहा, "मेजर जनरल पुनिया का रोल निभाना मेरे लिए एक सम्मान और बड़ी जिम्मेदारी है. उन्होंने अपने सैनिकों को एक अनजान देश में 75 दिनों की घेराबंदी से सुरक्षित बाहर निकाला. हमारा मकसद भारतीय सेना के इतिहास के उस अध्याय को लोगों के सामने लाना है, जिसे उतनी पहचान नहीं मिली जितनी मिलनी चाहिए थी. हमारे सैनिकों की उस भावना के लिए, जो कहती है कि 'हम मर जाएंगे लेकिन हार नहीं मानेंगे.', मुझे लगता है कि यह कहानी हर भारतीय को प्रेरित करेगी."

फिल्म 'ऑपरेशन खुकरी' साल 2000 में हुई वास्तविक जीवन की घटनाओं को पर्दे पर सामने लाएगी. उस समय 233 भारतीय सैनिकों को सिएरा लियोन, जो अब पश्चिमी अफ्रीका का एक देश है, में बागी लड़ाकों ने बंधक बना लिया था. इसके बाद, उन्हें बचाने के लिए एक बहुत ही खतरनाक और साहसिक मिशन चलाया गया. मेजर जनरल राजपाल पुनिया ने उस मुश्किल हालात के बीच अपने सैनिकों को सुरक्षित बाहर निकाला था. यह साहस से लबरेज नेतृत्व की कहानी है.