कल देर रात सोनू सूद (Sonu Sood) की मदद से मुंबई (Mumbai) में रह रहे 2000 प्रवासी लोगों को ट्रेन के जरिए उनके घर भेजा गया. इस दौरान सोनू सूद खुद भी बांद्रा टर्मिनस पहुंचे थे. लेकिन जिसके बाद ये खबर सामने आई की सोनू सूद को बांद्रा टर्मिनस (Bandra Terminus) पर जाने से रोका गया और वो बाहर से ही प्रवासी मजदूरों से मिलकर लौट गए. इन सबके बीच अब खुद ही सोनू सूद ने इन खबरों पर अपनी सफाई दी है. सोनू सूद ने साफ किया है कि उन्हें स्टेशन पर जाने से किसी ने नहीं रोका था. मैंने राज्य सरकार से प्रवासी लोगों को वापस भेजने के लिए ट्रेन का अनुरोध किया था. जिसके लिए मैं उनका शुक्रगुजार हूं.
सोनू सूद ने ट्वीट करके बताया कि मुझे स्टेशन जाने से किसी ने नहीं रोका. मैं प्रोटोकॉल का सम्मान करता हूं. मैंने 2 हजार प्रवासीयों को भेजने के लिए राज्य सरकार से ट्रेन की रिक्वेस्ट की थी. ताकि वो अपने परिवार से मिल सके. जिसके लिए मैंने राज्य सरकार, सीएम उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और असलम शेख का धन्यवाद करता हूं. यह भी पढ़े: सोनू सूद से मदद मांगने के बाद कई लोगों ने डिलीट किया अपना ट्वीट, एक्टर ने तंग आकर लोगों से की ये अपील
Just to set the record straight - I was not stopped from entering the station. I absolutely respect the protocols and have duly followed it.
I had requested the state government for the train so that I could send the migrants back home to reunite them with their families.
— sonu sood (@SonuSood) June 9, 2020
As there were almost two thousand people. I am extremely thankful to the state govt, Hon. CM Uddhav Thackeray ji @CMOMaharashtra @AUThackeray @AslamShaikh_MLA for helping me bring a smile on the faces of all migrants! Jai Hind 🇮🇳
— sonu sood (@SonuSood) June 9, 2020
आपको बता दे कि इससे पहले खबर आ रही थी कि सोनू सूद सोमवार की शाम को प्रवासी मजदूरों को ट्रेन से रवाना करने बांद्रा टर्मिनस पहुंचे थे. लेकिन उन्हें रेलवे पुलिस (Railway Police) ने प्लेटफॉर्म पर जाने की अनुमति नहीं दी. जिसके बाद उन्हें प्लेटफॉर्म के बाहर ही प्रवासी मजदूरों से मिलकर वापस लौटना पड़ा.