अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने लखनऊ की सड़कों पर एक टूरिस्ट बनकर घूमते हुए अपने पुराने दिनों को याद किया. वह अपनी फिल्म 'गुलाबो सिताबो' (Gulabo Sitabo) के गेटअप में थे और अभिनेता उसी शहर में शूजीत सरकार (Shoojit Sircar) की फिल्म की शूटिंग कर रहे थे.
एक लंबी दाढ़ी, पुराने स्कूली चश्मे, सिर पर एक स्कार्फ और एक कृत्रिम रूप से बनाए गए नाक के साथ बिग बी फिल्म में बहुत ही अलग दिख रहे हैं. गेटअप में आने के बाद बिग बी बिना पहचाने जाने के डर से बाहर घूमने निकल जाते थे. यह भी पढ़े: सोनू सूद को फैन ने बताया देश का अगला अमिताभ बच्चन, एक्टर के जवाब ने जीता सभी का दिल
सरकार ने कहा, "जैसा कि हम चाहते थे कि हर दृश्य बिल्कुल प्रामाणिक और वास्तविक लगे, ऐसे में हमने हजरतगंज और चौक के भीड़भाड़ वाली गलियों में कई शॉट लिए थे, वहां शूटिंग दृश्यों पर विचार करना काफी मुश्किल है! हमें छोटे आकर्षक छोटे पगडंडियों और लखनऊ की गलियों में शूटिंग करना था. हम तैयार हो जाते थे, और एक घंटे के भीतर शूटिंग पूरी करने की कोशिश करते थे, ताकि छोटी गलियों में बहुत अधिक भीड़ न हो." यह भी पढ़े: अमिताभ बच्चन का लैपटॉप हुआ खराब, बिग बी ने ब्लॉग ना लिख पाने पर मांगी माफी
उन्होंने आगे कहा, "बहुत कम लोगों को एहसास हुआ कि क्या हो रहा था और किसी ने भी बच्चन को नहीं पहचाना और यही हमारा उद्देश्य था। मैं नहीं चाहता था कि वह फिल्म में अमिताभ बच्चन की तरह दिखें, मैं चाहता था कि वह मिर्जा की तरह दिखें, और यही हमें मिला भी. हां, हमारे शूट के खत्म होने के बाद, वह अक्सर गलियों में घूमते, स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करते और शहर का अनुभव लेते, किसी ने भी नहीं पहचाना कि वह कौन हैं."
'गुलाबो सिताबो' का लेखन जूही चतुर्वेदी ने किया है और रॉनी लाहिड़ी और शील कुमार द्वारा निर्मित है. फिल्म का प्रीमियर 12 जून को एमेजॉन प्राइम वीडियो पर किया जाएगा.