नई दिल्ली: जहां भारत में 'मीटू' अभियान से बॉलीवुड के कई काले सच सामने आए हैं, वहीं बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान को लगता है कि किसी में उनके परिवार के सदस्यों से दुर्व्यवहार करने की हिम्मत नहीं है. सैफ की बेटी सारा अली खान बॉलीवुड में पदार्पण करने वाली हैं. सैफ ने यहां आईएएनएस को बताया, "सामाजिक संरचना बहुत असमान है. मुझे नहीं लगता कि कोई मेरे परिवार से दुर्व्यवहार नहीं कर सकता. मुझे नहीं पता कि मैं ऐसा क्यों सोचता हूं, लेकिन चाहे मेरी मां हो, बहन हो या पत्नी हो, मुझे लगता है कि लोगों में उनके साथ ऐसा करने की हिम्मत नहीं है."
उन्होंने कहा, "ऐसा शायद इसलिए है, क्योंकि उनके आस-पास पर्याप्त सुरक्षा है. इसलिए हमें ऐसी महिलाओं की सुरक्षा करनी चाहिए, जिनके आस-पास न सुरक्षा हो या न उन्हें सुरक्षा देने वाली आभा. हमें नाजुक महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थान बनाना होगा." सैफ (48) ने लोगों से लोगों से सभी को सम्मान देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि जीवन में एक-दूसरे से गालियां लेने के अलावा भी बहुत कुछ है.
सैफ ने कहा, "हम ऐसी स्थिति में आ गए हैं, जब महिलाएं तत्काल शिकायत करने के लिए खुद को सुरक्षित महसूस करने लगी हैं और घटनाओं को गंभीरता से लेने लगी हैं. उम्मीद है कि 'मीटू' अभियान भविष्य में भी रहेगा और निष्क्रिय नहीं होगा, क्योंकि इससे सभी के लिए एक सहज माहौल तैयार होगा." 'दिल चाहता है' के अभिनेता ने 'मीटू' अभियान के अलावा भारत में सेलीब्रिटी की तस्वीरें लेने के बढ़ते चलन पर भी चिंता जाहिर की. उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि लोगों को उनके दो साल के बेटे तैमूर अली खान में क्या दिलचस्पी हो सकती है.
उन्होंने कहा, "तैमूर पर मीडिया का लगातार ध्यान वास्तव में मुझे परेशान नहीं करता. अगर मीडिया इसे पसंद करता है, लोग इसे पसंद करते हैं, तो मुझे कोई परेशानी नहीं है, लेकिन मैं किसी और के बच्चे में इतनी दिलचस्पी कभी नहीं लेता." सैफ 'हम तुम', 'कल हो ना हो', 'सलाम नमस्ते', 'ओमकारा' और 'रेस' जैसी फिल्मों में काम कर चुके हैं. बाद में उन्होंने 'हैप्पी एंडिंग', 'रंगून', 'शेफ' और 'कालाकांडी' जैसी फिल्में भी कीं.
वर्तमान की बात की जाए तो सैफ ने वेब श्रंखला 'सेक्रेड गेम्स' में एक पुलिस अधिकारी के किरदार में दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी. सैफ ने अपनी हालिया रिलीज फिल्म 'बाजार' में एक गुजराती व्यापारी का किरदार निभाया है.