
Pintu Ki Pappi Movie Review: गणेश आचार्य एक बेहतरीन कोरियोग्राफर होने के साथ-साथ एक अच्छे अभिनेता और फिल्ममेकर भी हैं, जो नए टैलेंट को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं. इस हफ्ते उनकी नई फिल्म "पिंटू की पप्पी" सिनेमाघरों में रिलीज हुई है, जो एक रोमांटिक कॉमेडी है. फिल्म में मजेदार कॉमेडी, शानदार म्यूजिक और गणेश आचार्य की दमदार मौजूदगी देखने को मिलती है. लेकिन क्या यह फिल्म दर्शकों को पूरी तरह एंटरटेन कर पाती है? आइए जानते हैं.
कहानी
फिल्म की कहानी प्रशांत बाबू उर्फ पिंटू (सुशांत थमके) की है, जो अजीब सी परेशानी से जूझ रहा है. जब भी वह किसी लड़की को किस करता है, वह लड़की किसी और से शादी कर लेती है. इस समस्या को समझते हुए उसके मामा (गणेश आचार्य) इस ‘अनोखी स्किल’ को बिजनेस में बदल देते हैं और लड़कियों की शादी कराने का नया तरीका ढूंढ निकालते हैं. कहानी में हल्के-फुल्के हास्यपूर्ण मोड़ और ट्विस्ट आते हैं, लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, पिंटू को अपनी प्रेमिका से शादी करने के लिए कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. वह अपनी बदकिस्मती से कैसे छुटकारा पाता है और क्या वह अपनी सच्ची मोहब्बत को हासिल कर पाता है? यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी.
देखें "पिंटू की पप्पी" का ट्रेलर:
अभिनय
फिल्म के तीनों लीड एक्टर्स सुशांत थमके, जान्या जोशी और विधि यादव अपने किरदारों में सहज नजर आते हैं. सुशांत थमके, जिन्होंने पिंटू का किरदार निभाया है, ने अपनी पहली फिल्म में अच्छा प्रदर्शन किया है. उनके कॉमिक टाइमिंग और डांस मूव्स काफी इंप्रेसिव हैं. गणेश आचार्य फिल्म का सबसे बड़ा सरप्राइज़ पैकेज हैं. उन्होंने कॉमेडी और एक्शन का जबरदस्त तड़का लगाया है. उनकी एक्टिंग और स्क्रीन प्रेजेंस फिल्म में जान डाल देती है. विजय राज हमेशा की तरह अपने अनोखे अंदाज में नजर आए हैं. हालांकि, उन्हें स्क्रीन पर और ज्यादा जगह दी जाती तो फिल्म और मजेदार हो सकती थी.
संगीत
फिल्म का म्यूजिक इसकी यूएसपी (USP) है. हर गाना शानदार कोरियोग्राफी और जबरदस्त विजुअल्स के साथ प्रस्तुत किया गया है. उदित नारायण, शान, हिमेश रेशमिया, सुनिधि चौहान, श्रेया घोषाल जैसे दिग्गज गायकों ने अपने सुरों से गानों में जान डाल दी है. फिल्म का शुरुआती गाना "मैं देसी बंदा" शानदार डांस नंबर है, जो पूरी तरह गणेश आचार्य स्टाइल में फिल्माया गया है.
पॉजिटिव और नेगेटिव पॉइंट्स
फिल्म की सबसे बड़ी खासियत गणेश आचार्य की शानदार मौजूदगी है. उनकी कॉमेडी टाइमिंग और एक्शन सीक्वेंस मज़ेदार हैं, जो दर्शकों को खूब हंसाते हैं. फिल्म का म्यूजिक और कोरियोग्राफी इसका एक और मजबूत पक्ष है – हर गाने में जबरदस्त डांस, भव्य सेट और शानदार विजुअल ट्रीट देखने को मिलती है. इसके अलावा, कई सिचुएशंस में अच्छी कॉमेडी टाइमिंग नजर आती है, जिससे दर्शकों को हंसी का भरपूर डोज़ मिलता है.
फिल्म का फर्स्ट हाफ थोड़ा स्लो है, जिसे और टाइट किया जा सकता था. कई जगह स्क्रिप्ट लंबी लगती है, जिससे कुछ सीन्स अनावश्यक लगने लगते हैं. इसके अलावा, गानों की अधिकता कहानी की गति को प्रभावित करती है, क्योंकि कुछ गाने सिर्फ डांस शोकेस के लिए जोड़े गए लगते हैं. वहीं, विजय राज जैसे प्रतिभाशाली कलाकार का सही इस्तेमाल नहीं किया गया – उनके किरदार को और बेहतर तरीके से लिखा जा सकता था, जिससे फिल्म को और रोचक बनाया जा सकता था.
फाइनल वर्डिक्ट
"पिंटू की पप्पी" एक मसालेदार एंटरटेनिंग फिल्म है, जिसमें कॉमेडी, ड्रामा, डांस और शानदार गाने हैं. हालांकि, इसकी स्क्रिप्ट थोड़ी और टाइट होती, तो यह और बेहतर बन सकती थी. गणेश आचार्य के फैंस के लिए यह एक अच्छा सरप्राइज़ है और हल्की-फुल्की कॉमेडी पसंद करने वालों को यह फिल्म पसंद आ सकती है. अगर आप हंसी और म्यूजिक से भरपूर हल्की-फुल्की फिल्म देखना चाहते हैं, तो यह एक बार देखी जा सकती है.