Bhojpuri Star Khesari Lal Yadav: भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव से हाल ही में सवाल किया गया कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने प्रवासी मजदूरों (Migrant Laborer's) की सहायता क्योंकि नहीं की? इसे लेकर उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें न तो महाराष्ट्र, ना ही उत्तर प्रदेश और ना ही बिहार सरकार की ओर से कोई मदद मिली. वरना वो प्रवासी मजदूरों के लिए 40 ट्रेनें भी भेज सकते थे. उन्होंने अपने फैंस पर भरोसा जताते हुए कहा कि उनके प्रशंसकों ने उन्हें इतनी तो क्षमता दी है कि वो उनकी भरपूर मदद कर पाएं.
जनसत्ता की रिपोर्ट के अनुसार, खेसारी ने कहा कि अगर उन्हें सरकार से योग्य मदद मिल पाती तो शायद जिस जगह आज सोनू सूद (Sonu Sood) खड़े हैं वहां वो (खेसारी) होते. उन्होंने कहा कि ट्रेनें भेजने के लिए सरकार की अनुमति लेनी होती है और इसके लिए उन्होंने 2 ट्रेनों की 21-21 बोगी बुक कराई थी लेकिन इसके बावजूद उन्हें सरकार से मदद नहीं मिल पाई.
इसी वजह से वो लोगों की मदद करने में असफल हुए हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी सरकार को देनी होती है कि कौनसा सा प्रवासी कहां से बैठेगा और कहां उतरेगा. इन सभी चीजों को लेकर सरकार को पत्र लिखने के बावजूद उनसे सहायता नहीं प्राप्त हो सकी.
खेसारी ने ये तक कह दिया कि लोगों की मदद करने के लिए उन्हें अगर अपना घर तक बेचना पड़ता तो वो बेच देते लेकिन महज एक कलाकार होने के चलते वो अपनी इच्छा अनुसार लोगों की सहायता नहीं पर पाए. उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ एक कलाकार हूं और राजनेता नहीं इसलिए मेरे अनुरोध पर गौर नहीं किया.