
Dhoom Dhaam Review: 'धूम धाम' एक ऐसी रोमांटिक कॉमेडी है जो आपको हंसाने के साथ-साथ हल्की-फुल्की एंटरटेनमेंट का पूरा मजा देती है. 14 फरवरी 2025 को नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई इस फिल्म का निर्देशन ऋषभ सेठ ने किया है. यामी गौतम और प्रतीक गांधी मुख्य भूमिकाओं में हैं, जबकि एजाज खान और प्रतीक बब्बर (कैमियो) ने भी अपने किरदारों में जान डाल दी है. बिना किसी गहरी सोच के, यह फिल्म आपको 3 स्टार के साथ मनोरंजन का बेहतरीन अनुभव देती है. Chhaava Review: इमोशन्स, एक्शन और इतिहास का परफेक्ट कॉम्बो है 'छावा', विक्की कौशल ने अपनी दमदार अदाकारी से मचाई धूम!
कहानी: हल्की-फुल्की और मजेदार जर्नी
फिल्म की कहानी कोयल चड्डा (यामी गौतम) और वीर (प्रतीक गांधी)की शादी के बाद की घटनाओं के इर्द-गिर्द घूमती है. यह एक अरेंज मैरिज होती है और सुहागरात के लिए एक हॉटेल में पहुंचते हैं. बात आगे बढ़े की रूम की घंटी बजती है और बिन बुलाए बंदूकधारी दो महमान आ धमकते हैं और उनको चार्ली चाहिए होता है, पर ये दोनों किसी चार्ली को नहीं जानते और किसी तरह से अपनी जान बचाकर वहां से भागते हैं. इसके बाद फिल्म हॉटेल के रुम से निकलकर मुंबई की सड़कों पर आती है और वीर को इस दौरान पता चलता है कि कोयल को जिस तरह से शादी से पहले बताया गया था वह वैसी बिलकुल भी नहीं है. संस्कारी की जगह वह मुंहफट और गालियां बकने वाली है कोई एक सुनाएगा तो वह दस सुनाएगी. वह कार उड़ाना भी जानती है शराब का सेवन भी उसके लिए हानिकारक नहीं है. पर शादी से पहले कोयल की छवि किसी सुशील संस्कारी लड़की की तरह से पेश की गई थी. अब यह चार्ली क्या है? क्या कोयल की सच्चाई जानने के बाद वीर उसके साथ खड़ा रहेगा जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी.
कहानी में कई मजेदार और रोमांटिक मोड़ आते हैं, जो दर्शकों को बांधे रखते हैं. स्क्रिप्ट पूरी तरह से मनोरंजन को ध्यान में रखकर लिखी गई है, जहां आपको दिमाग खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती. हालांकि, कहानी में कुछ लॉजिकल खामियां हैं, जैसे कि कोयल के माता-पिता को उसकी असली नौकरी का पता न चलना, जो थोड़ा अविश्वसनीय लगता है.

अभिनय: यामी गौतम की दमदार परफॉर्मेंस
यामी गौतम ने कोयल चड्डा के किरदार में जान डाल दी है. उनका अभिनय हमेशा की तरह शानदार है और उन्होंने अपने एक्सप्रेशंस और एनर्जी से स्क्रीन पर छाप छोड़ी है. शादी के कॉस्ट्यूम में एक्शन करते हुए भी उन्होंने यह साबित किया है कि वे वर्सेटाइल एक्ट्रेस हैं. हालांकि, कुछ सीन्स में उनका अभिनय थोड़ा ओवर लगता है, लेकिन ऐसा लगता है कि यह स्क्रिप्ट की डिमांड थी. प्रतीक गांधी ने वीर के रोल में सधी हुई एक्टिंग की है. हालांकि, उन्हें खुद को साबित करने का ज्यादा मौका नहीं मिला, लेकिन जितना मिला उतने में उन्होंने अच्छा काम किया है. प्रतीक बब्बर का कैमियो दर्शकों को हंसाने में कामयाब रहता है और उनके हर सीन में एक अलग मस्ती नजर आती है.
एजाज खान ने सीआईडी ऑफिसर का किरदार निभाया है, लेकिन उनके रोल को और बेहतर ढंग से उभारा जा सकता था. सपोर्टिंग कास्ट में कोई खास दम नहीं दिखता, जो फिल्म की कमजोरी कही जा सकती है.
देखें 'धूम धाम' का ट्रेलर:
निर्देशन और संगीत: मनोरंजन की भरपूर कोशिश, लेकिन सुधार की गुंजाइश
निर्देशक ऋषभ सेठ ने फिल्म को पूरी तरह से एक हल्की-फुल्की रोमांटिक कॉमेडी के रूप में पेश किया है. उन्होंने कहानी में ऐसे ट्विस्ट और टर्न्स डाले हैं, जो दर्शकों को बांधे रखते हैं. फिल्म का स्क्रीनप्ले मनोरंजक है, लेकिन कुछ जगहों पर यह कमजोर पड़ता है, खासकर तब जब लॉजिकल खामियां सामने आती हैं. फिल्म का संगीत और बैकग्राउंड स्कोर औसत है। गानों का अधिक प्रभावी उपयोग किया जा सकता था, जिससे कहानी में और जान आ सकती थी. म्यूजिक ऐसा नहीं है जो आपके दिमाग में लंबे समय तक बना रहे.

फाइनल वर्डिक्ट
'धूम धाम' एक ऐसी रोमांटिक कॉमेडी है जिसे बिना किसी गंभीर सोच के देखा जा सकता है. यह आपको हंसाने और मनोरंजन का पूरा डोज देने में सफल रहती है. यामी गौतम की शानदार परफॉर्मेंस और प्रतीक गांधी की सधी हुई एक्टिंग ने फिल्म को बेहतरीन बनाया है, हालांकि प्रतीक को और स्क्रीन टाइम मिल सकता था. फिल्म में कुछ खामियां जरूर हैं, जैसे कि सपोर्टिंग कास्ट का कमजोर प्रदर्शन और कहानी में लॉजिकल कमियां, लेकिन इसके बावजूद यह एक बार देखने लायक है. यह फिल्म पूरी तरह से मनोरंजन को ध्यान में रखकर बनाई गई है, और यदि आप हल्की-फुल्की रोमांटिक कॉमेडी देखना पसंद करते हैं, तो "धूम धाम" आपके लिए सही विकल्प हो सकती है.