Akshay Kumar Trolled over Silence On Farmer's Protests: देशभर में कृषि बिल 2020 को लेकर पुरजोर तरीके से आंदोलन किया जा रहा है. इस बिल के खिलाफ किसान अब सड़क पर उतर आए हैं और अपने हकों की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. किसानों के समर्थन में अब तक कई सारी हस्तियां आगे आई हैं जिनमें फिल्म सेलिब्रिटीज भी शामिल हैं. हालांकि अपने सामाजिक कार्यों के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाले अक्षय कुमार इस बार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं. ये बात काफी लोगों को नागवार गुजरी है और लोग अब उनपर निशाना साध रहे हैं.
अक्षय कुमार को ट्रोल करते हुए लोग कह रहे हैं कि उनके कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने भी किसानों के लिए अपनी आवाज उठाई है. लेकिन अक्षय हैं कि उन्होंने अब तक इस विषय पर एक भी शब्द नहीं कहा है. लोगों ने अब ट्विटर पर अक्षय को जमकर ट्रोल करना शुरू कर दिया है जिसके चलते वो ट्रेंड भी कर रहे हैं.
लोगों ने ट्वीट कर कही ये बात, देखें-
किसानों के खिलाफ अक्षय कुमार
Akshay Kumar to play the role of the man who dug the highway during Farmer protest in his next movie .
The film is titled "Sanghi - The Highway Man" pic.twitter.com/1wR427IrOz
— 𝔽𝕒𝕣𝕞𝕖𝕣 ℕ𝕖𝕖𝕞𝕓𝕦 ℙ𝕒𝕒𝕟𝕚 (@bhootkaaal) December 1, 2020
अक्षय कुमार का बॉयकॉट
One Canadian supports the interests of the Indian Farmers and another DeshBhakt "Indian" stays silent. If the Bhakts want to boycott Canada let's start with Akshay Kumar shall we?
— Liv J (@LivJ1405) December 1, 2020
कहां छुपे हैं अक्षय कुमार?
Canada PM Justine Tradeau Backed #FarmerProtest But Being an Indian Akshay kumar not said a word...
*Meanwhile Akshay kumar rn-: pic.twitter.com/0R80udWY4N
— Kadak Chaiii🔥👉👈 (@Assumation1) December 1, 2020
अक्षय कुमार को कनाडा वापस भेजो!
Canadian PM Justin Trudeau has backed farmers protest.
To teach him a lesson, Modi ji should send Canadian Akshay Kumar back.
— Nimo Tai 2.0 (@Cryptic_Miind) December 1, 2020
इसी तरह से लोगों ने अक्षय की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए उन्हें जमकर ट्रोल किया है. आपको बता दें कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने किसान आंदोलन को लेकर बात करते हुए कहा था कि हमारा देश (कनाडा) हमेशा से शांतिपूर्ण प्रोटेस्ट के अधिकार का बचाव करता है. हम चर्चा से मामलों को सुझाने में यकीन रखते हैं. हमने भारत सरकार के सामने अपनी चिंताएं भी व्यक्त की हैं.