Bee Theory: करिश्मा कपूर के पूर्व पति संजय कपूर से जुड़ी मधुमक्खी के डंक की अफवाह कैसे वायरल हुई? यहां पढ़ें पूरी खबर
Sunjay Kapur (Photo Credits: X)

Sanjay Kapoor Death: बॉलीवुड एक्ट्रेस करिश्मा कपूर के पूर्व पति और मशहूर बिजनेसमैन संजय कपूर का निधन 12 जून 2025 को हुआ. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 53 वर्षीय संजय कपूर को इंग्लैंड में पोलो खेलते वक्त दिल का दौरा पड़ा. 12 जून को उद्योगपति संजय कपूर के अचानक निधन ने व्यापार और फिल्मी जगत में सनसनी मचा दी. इस घटना की पुष्टि सबसे पहले लेखक और कॉलमनिस्ट सुहेल सेठ ने X (पहले ट्विटर) पर की, जिसके तुरंत बाद घटना के कारणों को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगने लगीं. संजय कपूर Sona Comstar के चेयरमैन थे और हाल ही में उन्हें CII (Confederation of Indian Industry) के नॉर्थ रीजन का चेयरमैन भी चुना गया था. अपने विजन के तहत वह उत्तर भारत के सात राज्यों और तीन केंद्रशासित प्रदेशों में औद्योगिक विकास को गति देने की योजना पर काम कर रहे थे. Sunjay Kapur Death: करिश्मा कपूर के एक्स-हसबैंड संजय कपूर का दिल का दौरा पड़ने से निधन, 53 की उम्र में ली आखिरी सांस

शुरूआती रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि संजय कपूर की मौत पोलो मैच के दौरान मधुमक्खी के डंक या एलर्जिक रिएक्शन से हुई, जिससे दम घुटने या एनेफिलेक्सिस की स्थिति बनी और हार्ट अटैक आ गया. कुछ रिपोर्ट्स ने तो यहाँ तक कहा कि संजय कपूर ने खेलते समय मधुमक्खी निगल ली, जिसकी वजह से जान चली गई. हालांकि यह दावे चिकित्सकीय तौर पर कभी पुख्ता नहीं हुए.

लेकिन कुछ ही हफ्तों बाद, सरे (Surrey) कोरोनर की रिपोर्ट ने इन तमाम अटकलों को विराम दे दिया. रिपोर्ट में साफ लिखा गया कि संजय कपूर की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई. अचानक हार्ट अटैक. इसमें योगदान देने वाले कारण थे लेफ्ट वेंट्रिक्युलर हायपरट्रॉफी (LVH) यानी दिल के बाएँ वेंट्रिकल की दीवार की सूजन और इस्केमिक हार्ट डिजीज़. रिपोर्ट में मधुमक्खी के डंक या एलर्जिक रिएक्शन का कोई सबूत नहीं मिला.

सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि “बी थ्योरी” इतनी तेज़ी और सुनियोजित तरीके से कैसे फैली? ठीक उसी समय कई कॉर्पोरेट फैसले लिए गए, परिवार में सूक्ष्म स्तर पर बदलाव दिखे और मीडिया नैरेटिव भी अत्यंत बारीकी से रचा गया प्रतीत होता है. यह सवाल उठना लाज़मी है कि मधुमक्खी वाली कहानी किसने और क्यों फैलाई?

उच्च-प्रोफ़ाइल मौत के बाद अफवाहें उड़ना आम बात है, लेकिन जिस रफ्तार और एकरूप्पता के साथ यह थ्योरी फैली, उससे यह संयोग कम और सोची-समझी रणनीति ज़्यादा लगती है. घटना के बाद कई घटनाक्रमों ने रहस्य और गहरा कर दिया- तेज़ी से हुए बोर्डरूम निर्णय, कानूनी नोटिसों की झड़ी और ऑनलाइन प्रोफाइल में सूक्ष्म बदलाव. यहाँ तक कि प्रिया सचदेव कपूर ने भी अपना प्रोफाइल “प्रिया संजय कपूर” में बदल लिया. यह शायद संयोग हो, लेकिन शोक के क्षणों में ऐसे बदलाव शायद ही बेमक़्सद होते हैं.

इन सबके बीच, संजय कपूर और करिश्मा कपूर के बच्चे अब एक बड़ी विरासत की लड़ाई में फँस गए हैं. पिता की वसीयत की जांच चल रही है और अपार संपत्ति दांव पर लगी है. यह लड़ाई सिर्फ हिस्सेदारी की नहीं, बल्कि पारदर्शिता, न्याय और बच्चों को पिता की विरासत में उनका हक दिलाने की है.