Actor Shanto Khan Bangladesh: बांग्लादेश में इस सप्ताह हुई हिंसक घटनाओं के बीच फिल्म निर्माता सलीम खान और उनके बेटे शांतो खान की दुखद मौत ने सभी को हिला कर रख दिया है. सलीम खान और उनके बेटे शांतों खान को उग्र भीड़ ने बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला
धाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, सलीम और शांतो खान अपने गांव से भागने की कोशिश कर रहे थे, जब वे बालिया यूनियन के फॉर्काबाद बाज़ार में एक उग्र भीड़ का सामना कर बैठे. भीड़ से बचने के लिए उन्होंने अपनी पिस्तौल से फायरिंग की, लेकिन पास भीड़ ने घेर कर दोनों को बुरी तरह पीटा और बाद में वे अपनी चोटों के कारण दम तोड़ दिए.
सलीम खान: एक प्रमुख फिल्म निर्माता
सलीम खान लक्ष्मीपुर मॉडल यूनियन परिषद (यूपी) के कुख्यात अध्यक्ष थे वह शापला मीडिया के मालिक और निर्देशक थे, जिसने 'शहंशाह' और 'बिद्रोही' जैसी कई लोकप्रिय फिल्मों का निर्माण किया था सलीम खान ने शेख मुजीबुर रहमान पर आधारित बायोपिक 'बंगबंधु' का भी निर्माण किया था, जो शेख हसीना के पिता और बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति थे.
शांतो खान: उभरता हुआ सितारा
शांतो खान, जिन्होंने 'तूंगी पारार मियां भाई' फिल्म में शेख मुजीबुर रहमान के बचपन और युवावस्था की भूमिका निभाई थी, सलीम खान के बैनर तले कई अन्य फिल्मों में भी नजर आए उनके अभिनय करियर की शुरुआत उनके पिता की निर्मित फिल्मों से ही हुई थी
संदेह और आरोप
स्थानीय लोगों ने सलीम खान पर पद्मा-मेघना नदी से अवैध रूप से रेत निकालने का आरोप लगाया था, जिसके कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा था और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार आयोग में मामला चल रहा था सलीम खान को शेख हसीना के करीबी माना जाता था, जो हाल ही में पद से इस्तीफा दे चुकी थीं
फिल्म जगत की प्रतिक्रिया
शांतो खान के निधन से फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है अभिनेत्री कौशानी मुखोपाध्याय ने कहा- मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि वह अब हमारे बीच नहीं हैं शांतो बहुत ही सम्मानित और उद्योग में बड़ा योगदान देने की महत्वाकांक्षाएं रखते थे.
बांग्ला फिल्म उद्योग के कई कलाकारों ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है टॉलीवुड अभिनेता जीत ने कहा- मेरा प्रार्थना बांग्लादेश के लोगों के साथ है इस कठिन समय को देखना दिल तोड़ने वाला है उम्मीद है कि यह मुश्किल समय जल्द ही गुजर जाएगा.
बांग्लादेश में उथल-पुथल
देश में राजनीतिक अस्थिरता और हिंसक प्रदर्शनों के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है इस हिंसा में पुलिस फायरिंग, भीड़ हिंसा और छात्रों के बीच झड़पों में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं. बांग्लादेश में जारी राजनीतिक संकट और हिंसा के बीच शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़कर जा चुकी हैं. अब देश की कमान सेना के हाथ में है जो अंतरिम सरकार बनाने में जुट गई है.