उत्तर प्रदेश सरकार के कांवड़ यात्रा के दौरान खाने-पीने की दुकानों पर मालिक का नाम प्रदर्शित करने के निर्देश पर राजनीतिक बवाल मचा हुआ है. इस मुद्दे पर बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद और कंगना रनौत के बीच ट्विटर पर जंग छिड़ गई है.
सोनू सूद ने ट्विटर पर लिखा, "हर दुकान पर केवल एक नामपट्टिका होनी चाहिए: 'मानवता'." उनके इस बयान पर कई लोगों ने सरकार के निर्देशों की आलोचना करने के लिए प्रतिक्रिया दी. कंगना रनौत ने शुक्रवार को सोनू सूद के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "सहमत हूं, 'हलाल' को 'मानवता' से बदल दिया जाना चाहिए."
इस विवाद में जाने-माने पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने भी सरकार की आलोचना की है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "मुजफ्फरनगर यूपी पुलिस ने निर्देश दिया है कि निकट भविष्य में एक विशेष धार्मिक जुलूस के रास्ते में सभी दुकानों, रेस्तरां और यहां तक कि वाहनों पर मालिक का नाम प्रमुखता से प्रदर्शित होना चाहिए. क्यों? नाजी जर्मनी में, वे विशेष दुकानों और घरों को चिह्नित करते थे."
Agree, Halal should be replaced with “ HUMANITY” https://t.co/EqbGml2Yew
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) July 19, 2024
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यह निर्देश जारी किया कि कांवड़ मार्ग पर खाने-पीने की दुकानों पर ऑपरेटर/मालिक का नाम और पहचान प्रदर्शित की जाए, ताकि तीर्थयात्रियों के विश्वास की पवित्रता बनी रहे. इसके अलावा, हलाल प्रमाणित उत्पादों को बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा मार्ग पर सभी दुकानों द्वारा पहचान पत्र का उपयोग लागू करने के फैसले से भाजपा और विपक्ष के बीच राजनीतिक जंग छिड़ गई है. यह विवाद धार्मिक भावनाओं और राजनीतिक प्रभाव के बीच एक संवेदनशील मुद्दा है. हालांकि, समाज में धार्मिक सहिष्णुता, समझौता, और मानवता का मूल्य जरूरी है.