अमेरिकी डॉलर या कुवैती दीनार? दुनिया की सबसे कीमती करेंसी कौन सी, जानें टॉप 5 के नाम

Which is the Highest Currency in the World : क्या आप जानते है दुनिया की सबसे मजबूत करेंसी कौन सी है? नहीं, यह अमेरिकी डॉलर तो बिलकुल भी नहीं है. डॉलर विश्व स्तर पर सबसे अधिक कारोबार वाली करेंसी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह सबसे मजबूत है. लोकप्रियता और व्यापक उपयोग मे हमेशा करेंसी की कीमत या शक्ति बराबर नहीं होती हैं, क्योंकि विश्व स्तर पर बाजार गतिशील है और बदलता रहता हैं. इसके हिसाब से करेंसी की कीमत भी बढ़ती और घटती है.

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संयुक्त राष्ट्र आधिकारिक तौर पर 180 मुद्राओं को लीगल टेंडर मानता है. दुनिया में सबसे अधिक मूल्यवान या मजबूत करेंसी कौन सी है, यह विभिन्न स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय कारकों पर निर्भर करता है. जिसमें विदेशी मुद्रा बाजार में आपूर्ति और मांग गतिविधियां, मुद्रास्फीति दर (Inflation Rate), घरेलू आर्थिक विकास, संबंधित केंद्रीय बैंक द्वारा लागू नीतियां और देश की समग्र आर्थिक स्थिरता भी शामिल होती हैं.

इस बीच भारतीय रुपये में सोमवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट देखी गयी. रुपया एक पैसा और टूटकर नए सर्वकालिक निचले स्तर 84.38 प्रति डॉलर पर पहुंच गया है. रुपया पिछले चार कारोबारी सत्रों में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 29 पैसे टूट चुका है.

दुनिया की 5 सबसे मजबूत करेंसी-

कुवैती दीनार (KWD)

कुवैत की आधिकारिक मुद्रा, कुवैती दीनार हैं. जिसे दुनिया की सबसे मूल्यवान करेंसी के रूप में मान्यता प्राप्त है. इसके चलते कुवैत की स्थिर अर्थव्यवस्था, तेल निर्यात, कुवैती दीनार (केडब्ल्यूडी) के लिए निश्चित विनिमय दर (Exchange Rate), जो बाजार की उतार-चढ़ाव से बचाती है, राजनीतिक स्थिरता जो विदेशी निवेश को आकर्षित करती है, और कुवैत के केंद्रीय बैंक द्वारा केडब्ल्यूडी की आपूर्ति पर सावधानी से नियंत्रण, जिससे वैश्विक वित्तीय क्षेत्र में केडब्ल्यूडी का मूल्य बढ़ता है.

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बहरीनी दीनार (BHD)

बहरीनी दीनार दुनिया की दूसरी सबसे मूल्यवान मुद्रा है. तेल और गैस का निर्यात बहरीनी दीनार की कीमत को बढ़ाता है. इसके अलावा, निश्चित विनिमय दर (Exchange Rate) से जुड़ा होना और कम मुद्रास्फीति दर (Low inflation rate ) इस करेंसी की स्थिरता को बनाए रखने में अहम योगदान करती है.

ओमानी रियाल (OMR)

ओमान की आधिकारिक करेंसी ओमानी रियाल 1970 में भारतीय रुपये के उपयोग को बंद करने के बाद शुरू की गई थी. देश की तेल आधारित अर्थव्यवस्था ने चलते आज ओमानी रियाल दुनिया की तीसरी सबसे मूल्यवान करेंसी है. इस करेंसी की ताकत और स्थिरता लंबे समय से बनी हुई है.

जॉर्डनियन दीनार (JOD)

मध्य पूर्व के देश जॉर्डन ने 1950 में जॉर्डनियन दीनार को अपनी आधिकारिक मुद्रा के रूप में पेश किया था.  जिसने फिलिस्तीनी पाउंड की जगह ली. अन्य देशों की तुलना में अधिक तेल भंडार नहीं होने के बावजूद भी इस करेंसी की निश्चित विनिमय दर (Exchange Rate), जो अमेरिकी डॉलर से जुड़ी हुई है, और विविध अर्थव्यवस्था इसे विश्व स्तर पर चौथी सबसे मजबूत मुद्रा बनाती है.

ब्रिटिश पाउंड (GBP)

यूनाइटेड किंगडम की जीबीपी को स्टर्लिंग ब्रिटिश पाउंड के नाम से भी जाना जाता है. यह दुनिया में सबसे पुरानी और व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली मुद्राओं में से एक है. जीबीपी यूनाइटेड किंगडम की आधिकारिक करेंसी है. जीबीपी जर्सी, ग्वेर्नसे, Isle of Man, दक्षिण जॉर्जिया, दक्षिण सैंडविच आइलैंड, ब्रिटिश अंटार्टिक क्षेत्र और Tristan da Cunha की भी आधिकारिक मुद्रा है. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में ब्रिटिश पाउंड काफी अहम है.