Upcoming IPO List: भारतीय शेयर बाजार में आईपीओ (IPO) की लहर लगातार जारी है. रिपोर्ट के अनुसार 6 बड़ी कंपनियाँ वेदांता ग्रुप की स्टरलाइट इलेक्ट्रिक (Sterlite Electric), रेज़ पावर इंफ्रा (Rays Power Infra), ऑग्मोंट एंटरप्राइजेज (Augmont Enterprises), रोटोमैग एनर्टेक (Rotomag Enertec), ओसवाल केबल्स (Oswal Cables) और प्राइड होटल्स (Pride Hotels) ने मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है. ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस वह दस्तावेज़ होता है, जिसे कोई भी कंपनी आईपीओ लाने से पहले सेबी में जमा करती है. इन कंपनियों का मकसद शेयर बाजार से पैसा जुटाकर अपने कारोबार का विस्तार करना, कर्ज चुकाना और नए प्रोजेक्ट शुरू करना है.
इन आईपीओ में फ्रेश इश्यू (यानि कंपनी नए शेयर जारी करके पैसा जुटाएगी) और ऑफ़र फॉर सेल (OFS) (यानि मौजूदा शेयरहोल्डर अपने शेयर बेचेंगे) दोनों शामिल होंगे, खास बात यह है, कि साल 2025 में अब तक 77 मेन-बोर्ड आईपीओ लॉन्च हो चुके हैं और हाल के दिनों में करीब 24 कंपनियाँ सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर जमा कर चुकी हैं. इससे साफ है, कि आने वाले महीनों में निवेशकों के लिए कई नए निवेश मौके खुलने वाले हैं और आईपीओ मार्केट फिलहाल पूरे जोश में बना हुआ है.
स्टरलाइट इलेक्ट्रिक लिमिटेड
स्टरलाइट इलेक्ट्रिक लिमिटेड (वेदांता ग्रुप की कंपनी) ने अपना आईपीओ लाने के लिए सेबी में ड्राफ्ट दाखिल कर दिया है. इस इश्यू में कंपनी लगभग 77.9 लाख नए शेयर जारी करेगी और इसी के बराबर 77.9 लाख शेयर मौजूदा शेयरधारक को बेचेंगी. कंपनी इस आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल अपने कर्ज की अदायगी और समय से पहले भुगतान (प्रीपेमेंट) करने में करेगी. इसके अलावा यह पैसा नए प्लांट, मशीनरी और उपकरणों की खरीद, बिज़नेस विस्तार और अन्य सामान्य कॉरपोरेट खर्चों में भी लगाया जाएगा.
स्टरलाइट इलेक्ट्रिक का कारोबार बिजली ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर से जुड़ा है, जहाँ यह कैपिटल गुड्स का निर्माण और सिस्टम इंटीग्रेशन सॉल्यूशंस (System Integration Solutions) उपलब्ध कराती है. खास बात यह है, कि स्टरलाइट इलेक्ट्रिक केवल भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी सेवाएँ देती है. यही कारण है, कि इस आईपीओ को लेकर निवेशकों की नज़र कंपनी की विकास योजनाओं और विस्तार रणनीति पर टिकी हुई है.
रेज़ पावर इंफ्रा लिमिटेड
रेज़ पावर इंफ्रा लिमिटेड ने भी अपना आईपीओ लॉन्च करने के लिए सेबी में दस्तावेज दाखिल किए हैं. कंपनी इस पब्लिक इश्यू के ज़रिए कुल 1,150 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है, जिसमें से 900 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू होगा और 250 करोड़ रुपये ऑफर फॉर सेल के रूप में मौजूदा शेयरधारक बेचेंगे.
कंपनी इस आईपीओ से जुटाई गई पूंजी में से 500 करोड़ रुपये अपनी सहायक कंपनी रेज़ ग्रीन एनर्जी (Rays Green Energy) में निवेश करेगी, ताकि मध्य प्रदेश में 1.5 गीगावॉट (GW) क्षमता वाली सोलर सेल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की जा सके. इसके अलावा लगभग 200 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल यानी रोज़मर्रा के कारोबारी खर्चों के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे, जबकि शेष राशि अन्य कॉरपोरेट जरूरतों को पूरा करने में लगाई जाएगी.
रेज़ पावर इंफ्रा देश में तेजी से बढ़ती नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) कंपनियों में से एक है और इसका यह आईपीओ सौर ऊर्जा क्षेत्र में बड़े विस्तार की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है.
ऑग्मोंट एंटरप्राइजेज
ऑग्मोंट एंटरप्राइजेज ने अपना आईपीओ लॉन्च करने के लिए सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया है. कंपनी इस पब्लिक इश्यू के ज़रिए कुल 800 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है, जिसमें से 620 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू और 180 करोड़ रुपये ऑफर फॉर सेल के रूप में मौजूदा शेयरधारक अपने शेयर बेचेंगे. जुटाई गई पूंजी का मुख्य इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल और इन्वेंट्री खरीद में किया जाएगा. इसके अलावा राशि का एक हिस्सा एडवांस मार्जिन रिक्वायरमेंट को पूरा करने और अन्य कॉरपोरेट खर्चों के लिए लगाया जाएगा.
ऑग्मोंट एंटरप्राइजेज भारत में सोना और चांदी के व्यापार और निवेश की एक प्रमुख कंपनी है, और यह आईपीओ निवेशकों को इस क्षेत्र में निवेश करने का अवसर प्रदान करता है.
रोटोमैग एनर्टेक
गुजरात स्थित रोटोमैग एनर्टेक ने आईपीओ के लिए सेबी में दस्तावेज़ दाखिल कर दिए हैं. कंपनी इस पब्लिक इश्यू के तहत 500 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू और 2.4 करोड़ शेयर ऑफ़र फॉर सेल के रूप में बेचने की योजना बना रही है. इसके अलावा कंपनी संभावित प्री-आईपीओ राउंड (Pre-IPO Round) के तहत 100 करोड़ रुपये तक जुटाने पर भी विचार कर सकती है. जुटाई गई पूंजी का उपयोग मुख्य रूप से डिबेंचर्स का रिडेम्पशन, वर्किंग कैपिटल और अन्य कॉरपोरेट खर्चों के लिए किया जाएगा.
रोटोमैग एनर्टेक का व्यवसाय डीसी मोटर, ड्राइव सिस्टम, गियर रिडक्शन और सोलर पंपिंग सॉल्यूशंस के निर्माण और आपूर्ति से जुड़ा हुआ है. कंपनी औद्योगिक, ग्रामीण और नवीकरणीय ऊर्जा बाजारों में अपनी सेवाएँ प्रदान करती है, और यह आईपीओ विस्तार और नए प्रोजेक्ट्स के लिए पूंजी जुटाने का एक अवसर है.
ओसवाल केबल्स
ओसवाल केबल्स ने आईपीओ के लिए सेबी में दस्तावेज़ दाखिल किए हैं. कंपनी इस पब्लिक इश्यू के माध्यम से कुल 300 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू और 2.22 करोड़ शेयर ऑफ़र फॉर सेल बेचने की योजना बना रही है. इस आईपीओ से जुटाई गई राशि का मुख्य उपयोग नए प्रोजेक्ट के सेटअप, कर्ज की अदायगी और अन्य कॉरपोरेट जरूरतों को पूरा करने में किया जाएगा.
ओसवाल केबल्स का व्यवसाय केबल निर्माण और सप्लाई से जुड़ा हुआ है, और यह आईपीओ कंपनी को अपने कारोबार के विस्तार और वित्तीय मजबूती हासिल करने का अवसर प्रदान करेगा.
प्राइड होटल्स
दिल्ली स्थित कंपनी प्राइड होटल्स ने आईपीओ के लिए सेबी में दस्तावेज़ दाखिल कर दिए है. कंपनी इस पब्लिक इश्यू के तहत 260 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू और 3.92 करोड़ शेयर ऑफ़र फॉर सेल बेचने की योजना बना रही है. इसके अलावा कंपनी संभावित प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के तहत 52 करोड़ रुपये तक जुटाने पर भी विचार कर सकती है. जुटाई गई पूंजी का इस्तेमाल मुख्य रूप से मौजूदा होटलों के रेनोवेशन, कर्ज की अदायगी और अन्य कॉरपोरेट जरूरतों में किया जाएगा.
सेबी के पास इन नई फाइलिंग्स से यह साफ है, कि आईपीओ मार्केट की रफ्तार लगातार बनी हुई है. बड़ी और मझोली कंपनियाँ अपने कर्ज कम करने, कारोबार का विस्तार और नए प्रोजेक्ट्स को फंड करने के लिए पब्लिक से पूंजी जुटाने पर जोर दे रही हैं. निवेशकों के लिए आने वाले महीनों में कई बड़े आईपीओ निवेश के मौके उपलब्ध हो सकते हैं.
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्यों के लिए है और इसे वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए. पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने वित्तीय निर्णय लेने से पहले स्वतंत्र पेशेवर सलाह लें. लेखक और प्रकाशक इस जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी निर्णय या कार्य के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे. सभी निवेश जोखिमों के अधीन होते हैं और पाठकों को सावधानी से विचार करने की सलाह दी जाती है.













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