ओवैसी ने बहराइच शहर में बने एआईएमआईएम के पूर्वांचल कैम्प कार्यालय के उद्घाटन के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वंचितों, दलितों व मजलूमों को उनका हिस्सा दिलाने के लिए हमने उत्तर प्रदेश में भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाया है। उन्होंने कहा, "2022 के चुनावों में योगी को दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनने देने का संकल्प लेकर हम चुनावी मैदान में उतरे हैं।"
ओवैसी ने आरोप लगाया, ''कोविड की दूसरी लहर में उत्तर प्रदेश सरकार की वजह से लाखों लोगों की मौत हुई। गंगा नदी में गरीबों की लाशें बह रही थीं ... अवाम को ऑक्सीजन और अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे थे। कोविड में विधवा हुई मां-बहनें बड़ी उम्मीद से ओमप्रकाश राजभर के भागीदारी संकल्प मोर्चे की ओर देख रही हैं।''
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और भाजपा के पूर्व सहयोगी ओमप्रकाश राजभर की अगुवाई में भागीदारी संकल्प मोर्चा का गठन किया गया है।
ओवैसी ने भाजपा से लड़ने का दम भरने वाले विरोधी दलों से ओमप्रकाश राजभर के संकल्प मोर्चे का हिस्सा बनने का आह्वान किया। इशारों में समाजवादी पार्टी पर हमलावर एआईएमआईएम प्रमुख ने दावा किया, ''तमाम सियासी जमातें यह समझ रही हैं कि मजलूम और अकलियतों की कोई आवाज नहीं है...।’’ उन्होंने कहा, ''हम सर्कस के जोकर नहीं हैं, रिंग मास्टर के इशारों पर नाचने वाला जोकर बनने की बजाय अब हम खुद रिंग मास्टर बनकर उन्हें अपने इशारों पर नचाएंगे।''
ओवैसी ने कहा, ''हम बड़े मकसद को लेकर विधानसभा चुनावों में जा रहे हैं और हम वोट बैंक नहीं बनकर सत्ता में अपनी हिस्सेदारी की लड़ाई लड़ रहे हैं। अब हम अपने वोटों से अपने नुमाइंदों को विधानसभा पहुंचाएंगे। बिहार के सीमांचल में पांच विधानसभा सीटें जीतकर हम इसे साबित भी कर चुके हैं।''
उन्होंने कहा, ''उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अभी तक सिर्फ तीन प्रतिशत लोगों को कोरोना टीका लगवाई है।'' उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में कोरोना टीका लगवाने का आह्वान किया।
एआईएमआईएम कार्यालय के उद्घाटन के बाद ओवैसी ने दरगाह शरीफ पहुंचकर सालार मसूद गाजी की मजार पर चादर चढ़ाई।
सं आनन्द
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