देश की खबरें | संगठन में भाजपा की विचारधारा के अनुरूप कार्यकर्ताओं को आगे लाना चाहिये : विनोद तावड़े

लखनऊ, दो दिसंबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने सोमवार को कहा कि संगठन के विस्तार में पार्टी की विचारधारा के अनुरूप कार्यकर्ताओं को प्रेरित करके आगे लाना चाहिये।

भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में सोमवार को आयोजित संगठन पर्व-2024 की प्रदेश चुनाव पर्यवेक्षकों की कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के केन्द्रीय पर्यवेक्षक और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने कहा कि, भाजपा संगठन के विस्तार एवं वैचारिक मजबूती के आधार को निष्ठापूर्वक संगठनात्मक चुनाव में अपनाये रखना है, जिससे भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना किया जा सके।

उन्होंने कहा, ''संगठन चुनाव के दौरान कार्यकर्ता की निष्ठा और उसकी प्रतिबद्धता सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। हम आज सत्ता में हैं और आगे भी सत्ता में रहें, इसलिए संगठन के विस्तार में पार्टी की विचारधारा के अनुरूप कार्यकर्ताओं को प्रेरित करके आगे लाना चाहिये।''

तावड़े ने कहा, ''हमारा प्रयास रहे कि भाजपा का दर्शन, सिद्धांत एवं वैचारिक अधिष्ठान का आग्रह लोगों तक पहुंचे। भाजपा के संविधान के अनुसार नियमों के तहत आम सहमति से चुनावों में युवा वर्ग को संगठन विस्तार में अहम् भूमिका में लाया जाये।''

केन्द्रीय पर्यवेक्षक ने कहा कि समाज के सभी वर्गों के साथ-साथ महिलाओं को भी प्रतिनिधित्व देने का पूरा प्रयास करना है। संगठन विस्तार के साथ-साथ क्षेत्र की सामाजिक-राजनीतिक स्थितियों का विश्लेषण करते हुये नेतृत्व को सामने लेकर आना है।

भाजपा के प्रदेश मुख्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार प्रदेश भाजपा मुख्यालय में आयोजित बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी, स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश सह प्रभारी संजीव चौरसिया, अपील कमेटी के प्रदेश संयोजक राजेन्द्र अग्रवाल की मौजूदगी में हुई कार्यशाला में प्रदेश स्तर तक के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी, चुनाव अधिकारी, सह चुनाव अधिकारी और मोर्चा के पदाधिकारी शामिल रहे। संचालन प्रदेश सदस्यता प्रभारी एवं प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला ने किया।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि संगठन पर्व के पहले चरण में पार्टी ने जिलों में कार्यशालाएं की इसके बाद मण्डल स्तर पर कार्यशालाएं आयोजित की गईं।

चौधरी ने कहा कि कार्यशालाओं के सफल संचालन के उपरांत बूथों पर संगठनात्मक बैठकें करके हम संगठन चुनाव को गति के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। आज के बाद संगठन के चुनावों की धुरी मण्डल और उसके बाद जिला सतर पर रहेगी।

प्रदेश चुनाव अधिकारी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ महेन्द्र नाथ पांडेय ने कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में बताते हुये बताया कि, पांच दिसंबर तक सभी बूथ कमिटियां गठित कर ली जाएंगी। आज तक 98000 बूथ समितियों का निर्वाचन संपन्न किया जा चुका है।

डाक्टर पांडेय ने कहा कि सभी संगठनात्मक 98 जिलों (भाजपा ने उप्र के 75 जिलों को 98 संगठनात्मक इकाइयों में बांटा है) में जिला चुनाव अधिकारी, मण्डल चुनाव अधिकारी एवं शक्ति केन्द्र चुनाव अधिकारी कार्य कर रहे हैं।

चुनाव अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में अपील कमेटी गठित कर ली गई है एवं पर्यवेक्षकों के नाम तय किये जा चुके हैं, जिनको तीन से चार जिलों का कार्य सौंपा गया है। संगठन पर्व के दूसरे चरण के लिए अब तक 63 जिलों की जिला कार्यशालाएं पूरी हो गई हैं।

उन्होंने बताया कि जिलों की कार्यशालाओं के साथ ही मण्डल की बैठक भी आरंभ है। दस दिसंबर तक मण्डल गठन के बारे में आरंभिक विचार आदि के लिए जिला चुनाव अधिकारी एवं सह चुनाव अधिकारी प्रवास कर रहे हैं, 15 दिसंबर तक सभी 1918 मण्डलों के संगठन चुनाव संपन्न करा लिये जायेंगे। इसके बाद 16 दिसंबर से 30 दिसंबर के मध्य सभी 98 संगठनात्मक जिलों का चुनाव पूरा किया जायेगा।

बैठक में तय किया गया कि सभी बूथ कमेटियों का गठन पांच दिसंबर तक पूरा कर लिया जाए। बैठक में सभी चुनाव अधिकारियों और सह चुनाव अधिकारियों को लक्ष्य दिया गया कि बूथ कमिटियां गठित होने के बाद तुरंत मंडल अध्यक्षों के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। सभी मंडल अध्यक्षों का चयन 15 दिसंबर तक कर लिया जाए। वहीं, 30 दिसंबर तक सभी जिला अध्यक्षों का चुनाव करा लिए जायेंगे।

भाजपा प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने बताया कि कार्यकर्ता आधारित संगठन के कारण ही उत्तर प्रदेश में पार्टी ने दो करोड़ 60 लाख सामान्य सदस्य बनाए हैं। इसके अलावा 50 सदस्यता करने वाले दो लाख 5 हजार 789 कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश में सक्रिय सदस्य बने हैं जो कि एक रिकॉर्ड है।

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