कोलकाता, 19 अप्रैल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि अगर यह साबित हो जाता है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा गंवाने के बाद उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया था, तो वह इस्तीफा दे देंगी।
पश्चिम बंगाल राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से बातचीत में बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी का नाम ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस बना रहेगा।
बंगाल के नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी के इस दावे पर कि उन्होंने (ममता ने) फोन किया था, को खारिज करते हुए बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, “अगर यह साबित होता है कि मैंने टीएमसी के राष्ट्रीय दर्जे को लेकर अमित शाह को फोन किया था तो मैं इस्तीफा दे दूंगी।”
अधिकारी ने मंगलवार को दावा किया था कि निर्वाचन आयोग ने जब टीएमसी का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खत्म कर दिया था तो बनर्जी ने अमित शाह को फोन कर उनसे फैसले को निरस्त कराने का अनुरोध किया था।
बनर्जी टीएमसी की प्रमुख भी हैं। उन्होंने कहा, “10 साल के बाद सभी दलों की राष्ट्रीय पार्टी की स्थिति की समीक्षा करने का नियम था। यानी अगली समीक्षा 2026 में होनी चाहिए थी...लेकिन उन्होंने 2019 में ऐसा किया।”
उन्होंने कहा, “मेरी पार्टी का नाम ‘ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस’ रहेगा। अगर भाजपा को कोई समस्या है तो वे चुनाव आयोग से संपर्क कर सकते हैं और हम आम लोगों से संपर्क करेंगे।”
भारत निर्वाचन आयोग ने पिछले हफ्ते टीएमसी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया।
अधिकारी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी ने मंगलवार को कहा कि इसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है।
पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, “शुभेंदु अधिकारी आदतन झूठ बोलते हैं। हमने देखा है कि कैसे उन्होंने पहले भी कई राजनीतिक घटनाक्रमों के बारे में खुलेआम झूठ बोला है। राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा होना या न होना काल्पनिक है, इससे टीएमसी का विकास प्रभावित नहीं होगा।”
बनर्जी ने कहा कि उन्होंने शाह के इस्तीफे की मांग की है, जिन्होंने यह दावा किया है कि अगर 2024 के आम चुनावों में भाजपा को पश्चिम बंगाल में 35 से ज्यादा सीट मिलती है तो ममता बनर्जी सरकार 2025 के बाद नहीं रहेगी।
बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं संवैधानिक पद का दुरुपयोग करने और लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को गिराने का प्रयास करके हमारे देश के संघीय ढांचे को तोड़ने के लिए शाह के इस्तीफे की मांग करती हूं।’’
बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि वह (भाजपा) 2024 के लोकसभा चुनाव में 200 से ज्यादा सीट नहीं जीत पाएगी।
ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘क्या वे चुनावों में धांधली करने के लिए ईडी, सीबीआई, बीएसएफ, सीआरपीएफ और अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल करेंगे? हमें तो यह भी नहीं पता है कि ईवीएम के साथ क्या किया जा रहा है।’’
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने भाजपा को ‘‘सबसे भ्रष्ट पार्टी’’ करार दिया और कहा कि ‘‘दूसरों पर सवाल उठाने से पहले उन्हें व्यापमं घोटाले पर जवाब देना चाहिए।’’
उन्होंने कहा,‘‘जब भी चुनाव आते हैं भाजपा के नेता वही पुरानी सीएए-एनआरसी, पुलवामा और अन्य फर्जी और झूठी कहानियों को ले आते हैं। यह पुराना हथकंडा है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के पास फर्जी खबरे फैलाने के लिए काफी पैसा है। उन्होंने जनता से उसपर भरोसा नहीं करने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुभवी राजनेता मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांग्शु द्वारा उनके पिता के लापता होने की शिकायत पर राज्य प्रशासन गौर करेगा।
रॉय के परिवार का कहना है कि वे मनोभ्रंश और पार्किंसंस रोग से पीड़ित हैं। रॉय गुमशुदगी की शिकायत दर्ज होने के बाद दिल्ली में नाटकीय रूप से सामने आए और दावा किया कि वह “भाजपा सांसद और विधायक” हैं और अमित शाह से मिलना चाहते हैं।
बनर्जी ने कहा, “मुकुल रॉय भाजपा के विधायक हैं और अगर वह दिल्ली जाना चाहते हैं तो यह उनका मामला है।”
टीएमसी से अलग होने के बाद रॉय ने भाजपा के टिकट पर 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव जीता था, लेकिन बाद में ममता के खेमे में वापस चले गए। उन्होंने भाजपा नेतृत्व के हाथों दुर्व्यवहार की शिकायत भी की।
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