T20 World Cup 2022: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने 2011 में घरेलू धरती पर विश्व कप जीतने के बाद कोई उपलब्धि हासिल नहीं की है और सीमित ओवरों की क्रिकेट के इतिहास में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली टीम रही है. उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि टी20 विश्व कप में भारतीय टीम ने पुरानी शैली का क्रिकेट खेला. एक और आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) टूर्नामेंट में भारत का अभियान निराशाजनक रहा। इस बार इंग्लैंड ने पूर्व चैम्पियन भारत को गुरूवार को टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में 10 विकेट से हरा दिया,
वॉन ने ‘द टेलीग्राफ’ में लिखे अपने कॉलम में कहा, ‘‘भारत इतिहास में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली सीमित ओवरों की टीम है. उन्होंने लिखा, ‘‘हर खिलाड़ी जो इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने जाता है, कहता है कि इससे उनके खेल में कितना सुधार हुआ लेकिन भारत ने इससे क्या हासिल किया है? ’’ उन्होंने कहा, ‘‘2011 में घरेलू धरती पर 50 ओवर का विश्व कप जीतने के बाद उन्होंने क्या किया है? कुछ नहीं। भारत सफेद गेंद की क्रिकेट में वैसा ही पुरानी शैली का क्रिकेट खेल रहा है जो उसने वर्षों से खेला है. ’’ यह भी पढ़े: T20 World Cup-2022: क्रिकेटर गौतम गंभीर ने सेमीफाइनल में भारत की हार पर जताई निराशा
वॉन ने साथ ही भारतीय टीम प्रबंधन की ऋषभ पंत का प्रभावी रूप से इस्तेमाल नहीं करने की भी आलोचना की। भारत ने पहले चार सुपर 12 मैचों में अनुभवी दिनेश कार्तिक को खिलाने का फैसला किया और पंत को जिम्बाब्वे के खिलाफ तथा सेमीफाइनल में उतारा. लेकिन इन दो मैचों में भी पंत पांचवें और छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे जब मुश्किल से ही कुछ ओवर बचे होते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ी की प्रतिभा का भरपूर इस्तेमाल नहीं किया। इस दौर में उसे शीर्ष पर रखिये.
वॉन ने कहा, ‘‘मैं इस बात से हैरान हूं कि उनके पास जो प्रतिभा है, उसके बावजूद वे कैसा टी20 क्रिकेट खेलते हैं। उनके पास खिलाड़ी हैं लेकिन उन्हें खिलाने के लिये सही प्रक्रिया नहीं है। उन्हें इसके लिये काम करना होगा. वॉन ने कहा, ‘‘उन्होंने प्रतिद्वंद्वी गेंदबाजों को पहले पांच ओवर में दबाव कैसे बनाने दिया? ’’ उन्होंने टीम में बल्लेबाजी आल राउंडर की कमी का भी जिक्र किया जिसकी बात महान स्पिनर अनिल कुंबले ने भी की.
वॉन ने कहा, ‘‘उनके पास केवल पांच ही गेंदबाजी विकल्प कैसे हो सकते हैं जब 10 या 15 साल पहले भारत के सभी शीर्ष बल्लेबाज थोड़ी बहुत गेंदबाजी कर सकते थे - सचिन तेंदुलकर, सुरेश रैना, वीरेंद्र सहवाग और यहां तक कि सौरव गांगुली ’’ उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी बल्ले?बाज गेंदबाजी नहीं करता इसलिये कप्तान के पास केवल पांच ही विकल्प थे। उनके (भारत) गेंदबाजी विकल्प बहुत कम हैं, उनकी बल्लेबाजी में भी गहराई नहीं है और उनमें स्पिन रणनीति की भी कमी है.
टीम प्रबंधन के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को नहीं खिलाने के फैसले का खामियाजा भी भारत को भुगतना पड़ा. उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा, ‘‘टी20 क्रिकेट के आंकड़ों से हम सभी जानते हैं कि टीम को एक स्पिनर की जरूरत होती है जो दोनों तरीकों से टर्न करा सके। भारत के पास काफी लेग स्पिनर हैं। वे कहां हैं? ’’ तेज गेंदबाजी के अगुआ जसप्रीत बुमराह और स्टार आल राउंडर रविंद्र जडेजा की अनुपस्थिति में भारतीय गेंदबाजों ने काफी खराब प्रदर्शन किया.
उन्होंने भारत के बड़े आईसीसी टूर्नामेंट में रिकॉर्ड पर भी सवाल उठाये और उन्हें लगता है कि टीम को अपने खिलाड़ियों के कौशल स्तर को साबित करने के लिये और अधिक सफलता हासिल करने की जरूरत है. भारत विश्व क्रिकेट के लिये इतना महत्वपूर्ण है लेकिन भारत के पास इतनी सारी फायदेमंद चीजें हैं तो उन्हें ज्यादा जीत दर्ज करनी चाहिए। यहां तक कि वे 2016 विश्व टी20 में अपनी ही सरजमीं पर फाइनल में नहीं पहुंच पाये थे। पिछले साल भी वे कहीं नहीं थे. वॉन ने कप्तान रोहित शर्मा की रणनीति पर भी सवाल उठाये.
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