नागपुर, 19 दिसंबर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को कहा कि हालिया विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा नीत गठबंधन ने लोकसभा चुनाव प्रचार में विपक्ष द्वारा फैलाए गए सभी फर्जी विमर्श ध्वस्त कर दिए।
राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों में राज्यपाल के संयुक्त अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विधानसभा में हुई बहस का जवाब देते हुए फडणवीस ने विपक्ष से आत्मचिंतन करने और ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) को दोष देने के बजाय विधानसभा चुनाव में मिले जनादेश को स्वीकार करने को कहा।
उन्होंने महाभारत की मिसाल देते हुए कहा कि वह आधुनिक समय के अभिमन्यु हैं जो चक्रव्यूह को तोड़ना जानते हैं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि महिलाओं के लिए प्रमुख ‘लाडकी बहिन योजना’ सहित सरकार की वर्तमान में जारी सभी योजनाएं जारी रहेंगी।
बीस नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले गठबंधन महायुति की प्रचंड जीत के बाद नागपुर में राज्य विधानमंडल का शीतकालीन सत्र जारी है।
उन्होंने राज्य चुनाव में महायुति गठबंधन की जीत के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को दोषी ठहराने को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘ईवीएम का मतलब है ‘एवरी वोट फॉर महाराष्ट्र’ (सभी वोट महाराष्ट्र के लिए) जो हमें मिला।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर आप जीते, तो यह जनादेश और लोकतंत्र की जीत है। लेकिन अगर आप हारे, तो इसका दोष ईवीएम और भारत के निर्वाचन आयोग (ईसीआई) पर डाल दो। आप उन संस्थाओं के बारे में अविश्वास पैदा कर रहे हैं जिनके पास संवैधानिक अधिकार हैं। यह लोगों और संविधान का अपमान है जिसने उन्हें वोट देने का अधिकार दिया है।’’
फडणवीस ने कहा, ‘‘जब आप जनादेश को अस्वीकार करते हैं, तो आप उन लोगों का अपमान करते हैं, जिन्हें संविधान द्वारा वोट देने का अधिकार दिया गया है। हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और अब तीसरे स्थान पर पहुंचने का लक्ष्य बना रहे हैं, लेकिन कई देश इससे खुश नहीं हैं। इसलिए हमें सावधान रहना होगा।’’
उन्होंने कहा कि ईवीएम का परीक्षण छह अगस्त, 1980 को शुरू हुआ था और इस उपकरण का पहली बार 1992 में इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने कहा कि इन मशीन का इस्तेमाल 2004 में सभी लोकसभा क्षेत्रों में किया गया था।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस जीती थी। उन्होंने कहा कि बाद में, निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों से यह दिखाने के लिए कहा कि ईवीएम से छेड़छाड़ कैसे की जा सकती है लेकिन कोई भी आगे नहीं आया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को खुले दिमाग से जनादेश को स्वीकार करना चाहिए और आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव में, हमने लोकसभा चुनाव के दौरान आपके द्वारा फैलाए गए फर्जी विमर्श को ध्वस्त कर दिया। हमने लोकसभा चुनाव हारने के बाद आत्मनिरीक्षण किया और आपके फर्जी विमर्श का मुकाबला करने के लिए कड़ी मेहनत की। हमने ईवीएम को दोष नहीं दिया, बल्कि विधानसभा चुनाव के लिए कड़ी मेहनत की।’’
फडणवीस ने कहा कि लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नारे ‘‘एक हैं तो सेफ हैं’’ पर अच्छी प्रतिक्रिया दी क्योंकि उनका मानना है कि महाराष्ट्र तभी आगे बढ़ेगा जब समाज एकजुट रहेगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र ने अपील का जवाब दिया और महायुति को शानदार सफलता मिली।
उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2019 और 2024 के बीच, जिस तरह से मेरे विरोधियों ने मुझे निशाना बनाया, लोगों ने मुझसे सहानुभूति जताई। मैं अपने आलोचकों को माहौल खराब करने के लिए धन्यवाद देता हूं क्योंकि इससे मेरे लिए सहानुभूति पैदा हुई। राज्य ने जाति और क्षेत्र का विचार किए बिना मेरे काम को देखा है।’’
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि लोगों के एकजुट होने से समाज के ध्रुवीकरण की कोशिशें नाकाम हो गईं। उन्होंने कहा कि महायुति को पचास प्रतिशत वोट मिले। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आधुनिक समय का अभिमन्यु हूं। मैं चक्रव्यूह को तोड़ना जानता हूं। इसका श्रेय मेरी पार्टी और मेरे सहयोगियों को जाता है।’’
उन्होंने विपक्ष से कहा कि वह देश में अराजकता फैलाने के लिए उसका इस्तेमाल करने वालों से सावधान रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ ऐसे संगठन भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए, जिन्हें महाराष्ट्र में कांग्रेस-राकांपा सरकार और केंद्र में मनमोहन सिंह सरकार द्वारा शहरी नक्सलियों का मुखौटा संगठन घोषित किया गया था।
फडणवीस ने कहा, ‘‘ऐसे संगठनों का उद्देश्य देश में संवैधानिक निकायों के बारे में लोगों में भ्रम पैदा करना है। यह आपकी देशभक्ति पर सवाल उठाने के बारे में नहीं है, लेकिन आपको यह समझना चाहिए कि आपका इस्तेमाल कौन कर रहा है।’’
उन्होंने कहा कि महायुति सरकार को लोगों की उम्मीदों को पूरा करना है क्योंकि उसे जो भारी जनादेश मिला है, उससे बहुत सारी जिम्मेदारियां भी आई हैं। फडणवीस ने कहा, ‘‘हम चौबीस घंटे काम करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि सभी जातियों और धर्मों के नागरिकों को विकास का लाभ मिले।’’
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दिए गए सभी आश्वासनों और जारी योजनाओं को लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाडकी बहिन योजना की दिसंबर की किस्त इस महीने के अंत तक पात्र महिलाओं के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी लाभार्थियों की जांच नहीं की जाएगी, बल्कि केवल उन मामलों की जांच की जाएगी, जिसमें एक ही लाभार्थी ने चार से पांच खाते खोले हैं और जहां लाडकी बहिन योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाओं के बजाय पुरुषों ने बैंक खाते खोले हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार विपक्ष की आलोचना का जवाब अपने काम से देगी और झूठे विमर्श का मुकाबला सीधे विमर्श से करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘देश में 10 राज्य हैं जो एक-दूसरे से (निवेश आकर्षित करने के लिए) प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं...यह एक प्रतिस्पर्धी संघवाद है...राज्य के सभी क्षेत्रों में निवेश परियोजनाएं आ रही हैं। हम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में नंबर एक राज्य हैं।’’
फडणवीस ने कहा, ‘‘हमें जबरन वसूली करने वालों को राजनीतिक संरक्षण दिए जाने से रोकना होगा।
उन्होंने कहा कि तीसरा हवाई अड्डा (मुंबई महानगर क्षेत्र में) पालघर में प्रस्तावित वधवन बंदरगाह के आसपास बनेगा। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल तक किसानों को कोई बिजली बिल नहीं भेजा जाएगा।
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