जयपुर, 26 अगस्त राजस्थान में विभिन्न विश्वविद्यालयों और उनके संबद्ध कॉलेजों में छात्र संघों के चुनाव में शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान किया गया। पुलिस के अनुसार मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा और मतों की गिनती शनिवार को होगी।
कोरोना महामारी के कारण राज्य में छात्र संघ चुनाव दो साल के अंतराल के बाद हो रहे हैं। सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक मतपत्रों के आधार पर मतदान हुआ। इस दौरान बीकानेर, कोटा, सीकर और उदयपुर में विरोध और खींचतान की छिटपुट घटनाएं देखी गईं जहां छात्र और पुलिस आमने सामने आ गये ।
पुलिस ने बताया कि बीकानेर के डूंगर कॉलेज में पुलिस ने लाठी चार्ज किया और उदयपुर में तीन छात्रों को हिरासत में लिया गया।
राज्य के प्रमुख शिक्षण संस्थान, जयपुर स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय में लगभग 20,700 छात्रों में से 48 फीसदी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया । विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि राज्य भर में लगभग 6 लाख छात्र छात्राएं अपने प्रतिनिधि चुन सकती हैं। शनिवार को वोटों की गिनती होगी।
पुलिस के अनुसार, बीकानेर के डूंगर कॉलेज में कुछ छात्रों ने पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई की। छात्रों का आरोप था कि कुछ नेताओं को परिसर के अंदर जाने दिया गया जबकि अन्य को नहीं। जैसे ही छात्र विरोध दर्ज कराने के लिए एकत्र होने लगे, पुलिस ने लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया। जोधपुर में फर्जी मतदाता होने के शक में एक युवक को हिरासत में लिया गया। कोटा में पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करना पड़ा जब उन्होंने नारेबाजी शुरू की और शांति भंग करने की कोशिश की।
इस बीच, ई उम्मीदवारों और उनके समर्थकों ने उन्हें और उनके उम्मीदवार को वोट देने के लिए मतदान केंद्रों के बाहर विभिन्न माध्यमों से मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की। कुछ ने पर्चे बांटे तो कुछ ने वोटरों के पैर छुए और समर्थन मांगा।
राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में मुख्य मुकाबला भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के बीच है। राजस्थान विश्वविद्यालय में अध्यक्ष पद के लिये एनएसयूआई से रितु बराला, एबीवीपी से नरेंद्र यादव, निर्दलीय निहारिका जोरवाल, निर्मल चौधरी, प्रतापभानु मीणा और हितेश्वर बैरवा चुनाव मैदान में है। निहारिका राज्य सरकार में मंत्री मुरारी लाल मीणा की बेटी है जो एनएसयूआई का टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतरी है।
छात्रसंघ की चुनाव के उम्मीदवारों के नामांकन की मंगलवार को जांच के दौरान एबीवीपी के दो उम्मीदवारों के नामांकन खारिज हो गये थे। हालांकि बाद में दोनों उम्मीदवारों के नामांकन को वैध मान लिया गया।
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