भोपाल/लखनऊ/ अहमदाबाद: दस राज्यों की 54 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए मंगलवार को मतदान होगा. इनमें मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटें भी शामिल हैं, जहां अपनी सरकार बचाने के लिए भाजपा का कांग्रेस के साथ मुकाबला है. अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण उपचुनावों के लिए व्यापक प्रबंध किये गये हैं. इन प्रबंधों में चुनाव कर्मियों के लिए निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई), अधिक मतदान केन्द्र, थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजर, मतदाताओं के लिए मास्क और दस्ताने और सामाजिक दूरी सुनिश्चित करना शामिल है.
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उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़, झारखंड और नगालैंड को छोड़कर, जहां समय अलग है, अन्य राज्यों में मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक चलेगा. जो मतदाता कोविड-19 से संक्रमित हैं, उन्हें अंतिम घंटों में अलग से मतदान करने की अनुमति दी जायेगी. मतगणना 10 नवम्बर को होगी.
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के परिणाम प्रदेश में किसी भी दल की सरकार बनाने में अहम साबित हो सकते हैं. प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में राज्य के 12 मंत्रियों सहित कुल 355 उम्मीदवार मैदान में हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा की सात सीटों पर उप चुनाव के लिए मंगलवार को होने जा रहे मतदान में निर्दलीय समेत कुल 88 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला मतदाताओं के हाथ में होगा. निर्वाचन आयोग ने निर्बाध तरीके से चुनाव संपन्न कराने की तैयारी पूरी कर ली है.
जिन सात सीटों पर तीन नवंबर को मतदान होना है उनमें से छह सीटें पहले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास थीं और एक सीट समाजवादी पार्टी (सपा) के पास थी. गुजरात में आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान कराया जायेगा और इस दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिये विभिन्न कदम उठाये गए हैं. अधिकारियों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी.
प्रदेश की जिन आठ सीटों पर उप चुनाव कराये जा रहे हैं उनमें अब्डासा (कच्छ), लिम्बडी (सुरेंद्र नगर), मोरबी (मोरबी), धारी (अमरेली), गढ़दा (बोटाड), करजन (वडोदरा), डांग (डांग) और कपराडा (वलसाड) शामिल है.
इन सीटों पर उप चुनाव कराने की आवश्यकता इसलिये हुयी, क्योंकि इस साल जून में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के मौजूदा विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. इनमें से पांच बाद में भाजपा में शामिल हो गये थे और वे फिर चुनाव लड़ रहे है.
छत्तीसगढ़ की एक सीट, हरियाणा की एक, झारखंड की दो, कर्नाटक की दो, नगालैंड की दो, ओडिशा की दो और तेलंगाना की एक विधानसभा सीट के लिए भी उपचुनाव होगा. मध्य प्रदेश में इस उपचुनाव के दौरान मुख्य प्रतिद्वंद्वी दलों भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के बीच चुनाव प्रचार के दौरान कटु शब्दों का इस्तेमाल भी देखा गया. राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने कहा है कि प्रदेश में अधिकांश सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला है जबकि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की दो या तीन सीटों पर बसपा के चलते त्रिकोणीय मुकाबला है.
मध्य प्रदेश में धार जिले की बदनावर विधानसभा सीट पर मतदान के पहले सोमवार को भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गयी. इसमें छह लोग मामूली तौर पर घायल हो गये. उत्तर प्रदेश की सातों सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में निर्दलीय समेत कुल 88 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें सर्वाधिक 18 प्रत्याशी बुलंदशहर सीट पर हैं.
पिछले सप्ताह भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने उप चुनाव के लिए आजाद समाज पार्टी के उम्मीदवार के लिए बुलंदशहर में अभियान शुरू किया था. चंद्रशेखर के नेतृत्व में बनी आजाद समाज पार्टी का इस उप चुनाव में पहली बार परीक्षण होगा कि दलित मतदाताओं के बीच उनकी पकड़ कितनी मजबूत है. आजाद समाज पार्टी का उदय भीम आर्मी के राजनीतिक आंदोलन के फलस्वरूप हुआ है. आजाद समाज पार्टी ने बुलंदशहर में मोहम्मद यामीन को अपना उम्मीदवार बनाया है.
जौनपुर जिले की मल्हनी सीट पर 16 उम्मीदवार आमने-सामने हैं.
अमरोहा जिले की नौगांव-सादात सीट और देवरिया सीट पर 14-14 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इसके अलावा फिरोजाबाद की टूंडला और उन्नाव की बांगरमऊ सीट पर 10-10 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि कानपुर की घाटमपुर विधानसभा सीट पर सबसे कम छह उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.
राज्य सरकार में मंत्री रहे पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान के निधन से रिक्त हुई नौगांव-सादात सीट पर भाजपा से उनकी पत्नी संगीता चौहान को चुनाव मैदान में उतारा है.
राज्य सरकार में मंत्री कमल रानी वरुण के निधन के रिक्त हुई घाटमपुर सीट पर भाजपा से उपेंद्र नाथ पासवान, सपा से इंद्रजीत कोरी, बसपा से कुलदीप संखवार और कांग्रेस से डॉ. कृपा शंकर उम्मीदवार हैं.
गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस मुरलीकृष्ण ने संवाददाताओं को गांधीनगर में बताया कि आठ विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव के लिये मैदान में कुल 81 उम्मीदवार हैं. इन सभी सीटों पर मतदाताओं की कुल संख्या 18 लाख 75 हजार है.
अधिकारियों ने बताया कि मतदान प्रक्रिया का 900 मतदान केंद्रों से लाइव वेबकास्ट किया जायेगा.
कर्नाटक में दो विधानसभा सीटों- बेंगलुरु शहरी जिला स्थित राजराजेश्वरी नगर और तुमकुरु जिला स्थित सिरा में मंगलवार को उपचुनाव होगा.
दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा, जिसमें 3,26,114 महिलाओं सहित 6,78,012 मतदाता मतदान करने के पात्र होंगे. इन दोनों सीटों पर उपचुनाव सिरा से विधायक बी सत्यनारायण के निधन और आरआर नगर से कांग्रेस के विधायक मुनिरत्ना के इस्तीफा देने के चलते कराना पड़ रहा है. बी सत्यनारायण जद (एस) से थे.
आरआर नगर में, भाजपा ने कांग्रेस के पूर्व विधायक मुनिरत्ना को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व आईएएस अधिकारी दिवंगत डी के रवि की पत्नी एच कुसुम को टिकट दिया है. वहीं जद (एस) ने वी कृष्णमूर्ति को मैदान में उतारा है. आरआर नगर कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए एक प्रतिष्ठा का मुद्दा बन गया है.
यह निर्वाचन क्षेत्र बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है, जिसका प्रतिनिधित्व डी के सुरेश करते है, जो कांग्रेस के प्रदेश प्रमुख डी के शिवकुमार के भाई हैं. सिरा में, भाजपा, कांग्रेस और जद(एस) ने क्रमश: डॉ राकेश गौड़ा, पूर्व मंत्री टी बी जयचंद्र और पूर्व (जद-एस) विधायक बी सत्यनारायण की पत्नी अम्माजम्मा को मैदान में उतारा है.
भाजपा ने वहां से कभी चुनाव नहीं जीता है, लेकिन इस बार पार्टी कांग्रेस और जद (एस) को चुनौती देने की कोशिश करेगी. मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के बेटे एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने यहां चुनाव अभियान का नेतृत्व किया. छत्तीसगढ़ में मरवाही विधानसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव में कांग्रेस और मुख्य विपक्षी भाजपा के बीच मुकाबला है. अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट पर आठ उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद से यह सीट रिक्त हुई है. अधिकारियों ने बताया कि मतदान सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक होगा. हरियाणा की बरोदा विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए 14 उम्मीदवार मैदान में है, जिनमें भाजपा उम्मीदवार और पहलवान योगेश्वर दत्त भी शामिल हैं.
कांग्रेस विधायक श्री कृष्ण हुड्डा के निधन के बाद अप्रैल में बरोदा सीट रिक्त हो गई थी. तेलंगाना की दुब्बाक विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिये सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस सीट पर 20 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं लेकिन मुख्य मुकाबला टीआरएस, भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच है.
टीआरएस के मौजूदा विधायक सोलीपेटा रामलिंगा रेड्डी का इस साल अगस्त में बीमारी के बाद निधन हो गया था जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत हुई. टीआरएस ने उनकी पत्नी सोलीपेटा सुजाता को अपना उम्मीदवार बनाया है.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह क्षेत्र दुमका में उनके छोटे भाई बसंत सोरेन और भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री लुईस मरांडी के बीच मुकाबला होगा. बोकारो जिले की बेरमो सीट पर भाजपा के योगेश्वर महतो और कांग्रेस के अनूप सिंह के बीच सीधा मुकाबला होने की उम्मीद है.
ओडिशा में बीजद और भाजपा तीर्थोल और बालासोर सीटों के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों पार्टियों ने 2019 के विधानसभा चुनावों में क्रमशः इन सीटों पर जीत हासिल की थी. नगालैंड की दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए आठ उम्मीदवार मैदान में है जिनमें से दक्षिणी अंगामी -1 पर तीन उम्मीदवार और पुंग्रो-किफिर सीट पर पांच उम्मीदवार मैदान में है. नगालैंड की इन सीटों पर सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा.
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