नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने मंगलवार को कहा कि मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की पहचान चुनाव संबंधी नियमों के अनुसार की जाएगी, लेकिन उनके सांस्कृतिक मूल्यों के उचित सम्मान का ध्यान रखा जाएगा।
कुमार ने मतदान केंद्रों पर महिलाओं के हिजाब पहनकर आने से जुड़े विवादों और लोकतांत्रिक अधिकारों बनाम सांस्कृतिक अधिकारों की बहस को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में यह बात कही।
निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की। इस मौके पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा, ‘‘चुनाव संचालन नियम 35 में मतदाताओं की पहचान के बारे में विशेष रूप से उल्लेख किया गया है और 34 में महिला मतदाताओं के लिए सुविधाओं के बारे में उल्लेख किया गया है। मतदाताओं की पहचान बिल्कुल उन्हीं नियमों के अनुसार की जाएगी, लेकिन क्षेत्र के सांस्कृतिक पहलुओं का पूरा सम्मान और ध्यान रखा जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ मुद्दे हैं जो राजस्थान जैसे अनेक राज्यों में, देश के कई हिस्सों में सामने आते हैं। पहचान नियमों के अनुसार की जाएगी और उस क्षेत्र विशेष के सांस्कृतिक मूल्य का यथासंभव पूरा सम्मान किया जाएगा।’’
मई में एक वीडियो क्लिप सामने आया था जिसमें हैदराबाद लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार माधवी लता को बुर्का पहने हुए मुस्लिम महिलाओं से उनका चेहरा दिखाने और फोटो पहचान पत्रों से मिलान करते हुए देखा जा सकता था।
मई महीने में ही भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात की और मतदान के समय बुरका पहनकर या चेहरे पर नकाब पहनकर पहुंचीं महिला मतदाताओं का उचित सत्यापन महिला अधिकारियों से कराने की मांग की थी।
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