लखनऊ, 14 जुलाई. कानपुर पुलिस ने बिकरू पुलिस मुठभेड़ के आरोपी और गैंगस्टर विकास दुबे के सहयोगी शशिकांत को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया. शशिकांत के सिर पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था.
शशिकांत से पूछताछ के आधार पर विकास के घर से पुलिस की एके 47 रायफल और 17 कारतूस तथा शशिकांत के घर से इंसास रायफल और 20 कारतूस बरामद किए गए हैं। ये हथियार पुलिस मुठभेड़ में लूटे गए थे. एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने मंगलवार को कानपुर में एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 50,000 रुपये के इनामी बदमाश शशिकान्त उर्फ सोनू पाण्डेय को रात दो बजकर 50 मिनट पर चौबेपुर से गिरफ्तार किया गया. यह भी पढ़े | पटना: बीजेपी ऑफिस में 24 व्यक्तियों का कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट आया पॉजिटिव: 14 जुलाई 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE.
उन्होंने बताया कि शशिकांत ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि मुठभेड़ में उसके अलावा विकास दुबे, अमर दुबे, अतुल दुबे, प्रेम कुमार, प्रभात मिश्रा, बउअन, हीरु, शिवम, जिलेदार, रामसिंह, रमेशचन्द्र, गोपाल सैनी, अखिलेश मिश्रा, विपुल, श्यामू बाजपेयी, राजेन्द्र मिश्रा, बालगोविन्द दुबे और दयाशंकर अग्निहोत्री बदमाश शामिल थे. शशिकांत ने पूछताछ में जानकारी दी कि लूटा गया असलहा उसके और विकास दुबे के मकान में छिपा है. एडीजी ने बताया कि इसी के आधार पर विकास दुबे के घर से एके 47 रायफल और 17 कारतूस और शशिकांत के घर से इंसास रायफल और 20 कारतूस बरामद हुये हैं. ये हथियार मुठभेड़ के दौरान पुलिस से लूटे गये थे.
कुमार ने बताया कि दो-तीन जुलाई की मध्य रात्रि को बिकरू गांव में दबिश के दौरान पुलिस दल पर विकास और उसके साथियों ने गोलीबारी कर आठ पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी और सरकारी असलहा लूट लिया गया था. इस सम्बन्ध में चौबेपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था तथा अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं लूटे हुए हथियारों की बरामदगी के लिए एसएसपी कानपुर नगर द्वारा एसपी पश्चिमी एवं एसपी ग्रामीण के नेतृत्व में कई टीमें गठित की गई थीं.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)