जम्मू, 30 जून जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में अज्ञात लोगों ने एक उपासना स्थल पर कथित रूप से तोड़फोड़ की। इस घटना के खिलाफ रविवार को हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उपायुक्त विशेष पॉल महाजन ने कहा कि पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया है और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
धरमाड़ी क्षेत्र के एक गांव में शनिवार की शाम को एक आगंतुक द्वारा उपासना स्थल पर तोड़फोड़ की गई, जिससे तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई और स्वतःस्फूर्त विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि दोषियों की पहचान की जाये और उन्हें दंडित किया जाये।
हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के सदस्यों ने संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इस तरह की घटनाएं जिले में सदियों पुराने भाईचारे को नुकसान पहुंचाने के लिए उनके बीच दरार पैदा करने का जानबूझकर किया गया एक प्रयास है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर और धरना देकर जिले की मुख्य सड़क को अवरूद्ध कर दिया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने जब प्रदर्शनकारियों को बताया कि इस सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और दोषियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं, तो वे शांतिपूर्वक वहां से चले गए।
उपायुक्त ने कहा, ‘‘शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। यह सांप्रदायिक सौहार्द के साथ-साथ विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न करने और तोड़फोड़ करने का प्रयास है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी गारंटी है.... हम जिले में शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)