पिथौरागढ़ (उत्तराखंड): कुमाऊं (Kumaon) में 17 से 19 अक्टूबर तक हुई रिकार्ड बारिश (Rain) से क्षेत्र में करीब 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचने का अनुमान है. कुमांऊ के आयुक्त सुशील कुमार (Sushil Kumar) ने शुक्रवार को बताया कि बेमौसम बरसात ने सबसे ज्यादा कहर कुमांऊ क्षेत्र पर बरपाया जहां सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं, साथ ही मकानों, फसलों और अन्य संपत्ति का भी नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में करीब 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान होने का अनुमान है. Uttarakhand Rains: भारी बारिश के कारण हुए हादसों में 64 की मौत, 3,500 को किया गया रेस्क्यू, 16 हजार लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए गए
वर्षा जनित घटनाओं में राज्य भर में 65 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 59 लोगों की मौत कुमांऊ क्षेत्र में हुई है. सबसे ज्यादा 35 लोगों की मौत नैनीताल में हुई है, जबकि चंपावत में 11, अल्मोडा में छह, पिथौरागढ़ में तीन और उधमसिंह नगर तथा बागेश्वर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है.
कुमांऊ के आयुक्त ने बताया कि क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में वायुसेना के सात और एक निजी हेलीकॉप्टर की मदद से गुंजी, जोलिंगकोंग, तिडांग और पिंडारी क्षेत्रों से 100 से ज्यादा पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया है.
उन्होंने बताया कि इसके अलावा, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिवादन बल) के 22 दलों और 1,500 पुलिस कर्मियों ने विभिन्न क्षेत्रों में फंसे 816 लोगों को सुरक्षित बचाया और अलग-अलग पर्यटन स्थलों से 7,880 पर्यटकों को सुरक्षित निकालकर उन्हें उनके गंतव्य तक भेजा. कुमार ने बताया कि हर जिले में आपदा राहत कार्यों के लिए जिलाधिकारी को 10-10 करोड़ रुपये की राशि दी गई है और आवश्यकता होने पर और राशि दी जाएगी.
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