विदेश की खबरें | यूक्रेन युद्ध : खारकीव के नजदीक सात लोगों की मौत, पूर्व में सुने गए धमाके

शहर में मौजूद एसोसिएटेड प्रेस (एपी) के पत्रकारों ने धमाके से पहले रॉकेट या मिसाइल की आवाज सुनी। इसके बाद शुक्रवार को दोपहर में सायरन की आवाजें आने लगीं। तत्काल यह स्पष्ट नहीं हो सका कि क्या नुकसान हुआ और कोई हताहत हुआ है या नहीं।

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कीव, यूक्रेन-- यूक्रेन उत्तर पूर्वी शहर खारकीव के नजदीक बोरोवाया गांव में आम नागरिकों को ले जा रही बस पर रूसी सैनिकों द्वारा कथित तौर पर गोलाबारी करने से सात लोगों की मौत हो गई है जबकि 27 अन्य घायल हुए हैं। यह दावा यूक्रेन के क्षेत्रीय अभियोजक कार्यालय ने शुक्रवार को स्थानीय न्यूज वेबसाइट सुसपिलने से बातचीत में किया।

दिमित्रो चुबेंको ने बताया कि यूक्रेन की कानून प्रवर्तन एजेंसियां हमले की परिस्थितियों का पता लगाने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने बताया कि जांचकर्ता बोरोवाया के करीब रूस नियंत्रित इलाके में आम लोगों को ढो रहे वाहनों के मार्ग और गंतव्य का भी पता लगा रहे हैं।

चुबेंको ने बताया कि यूक्रेनियाई अधिकारियों ने मामले में संदिग्ध ‘‘नियमों और युद्ध परंपरा का उल्लंघन’’करने के साथ-साथ पहले से नियोजित हत्या का आपराधिक मामला चलाने का विकल्प खुला रखा है।

हालांकि, इस दावे की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी है।

संयुक्त राष्ट्र के मानावाधिकार कार्यालय ने बताया है कि 24 फरवरी को रूस द्वारा यूक्रेन के खिलाफ शुरू की गई सैन्य कार्रवाई से लेकर 13 अप्रैल तक कम से कम 1,964 आम नागरिकों की मौत हुई है। कार्यालय का मानना है कि मृतकों की संख्या कहीं अधिक है क्योंकि कुछ क्षेत्रों से सूचना आने में देरी हो रही है और अन्य सूचनाएं सत्यापित होने तक लंबित हैं।

यूक्रेन के अधिकारियों का दावा है कि इस युद्ध में हजारों-हजारों लोग मारे गए हैं।

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रूस यूक्रेन युद्ध के अहम घटनाक्रम

- रूसी सेना का काला सागर में क्षतिग्रस्त पोत डूबा।

- अहम रूसी पोत के डूबने पर जेलेंस्की ने देश के संकल्प की प्रशंसा की।

- रूसी सांसद और उसके दो सहयोगियों पर अमेरिका में आपराधिक अभियोग।

- संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि यूक्रेन युद्ध से कई गरीब देशों के तबाह होने का खतरा।

- ‘एपी’ को दिए साक्षात्कार में संयुक्त राष्ट्र खाद्य प्रमुख ने कहा कि मारियुपोल में भुखमरी।

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अन्य घटनाक्रम

कीव, यूक्रेन -- मारियुपोल शहर परिषद ने शुक्रवार को कहा कि स्थानीय निवासियों के अनुसार रूसी सैनिक आवासीय परिसरों में पहले दफनाये गये शवों को बाहर निकाल रहे हैं और मॉस्को की सेना के हाथों मारे गये लोगों को अब दफनाने नहीं दे रहे।

टेलीग्राम पर जारी एक संदेश के अनुसार, ‘‘हर परिसर में एक पहरेदार तैनात किया गया है जो मारियुपोल के निवासियों को उनके मृत रिश्तेदारों या दोस्तों को सुपुर्दे खाक नहीं करने दे रहे। दफनाये जा चुके शवों को क्यों निकाला जा रहा है और उन्हें कहां ले जाया जाएगा, पता नहीं है।’’

इस दावे का स्वतंत्र सत्यापन नहीं हो सका।

मारियुपोल के मेयर वी बॉयचेनको ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि रूसी बल युद्ध में मारे गये लोगों के शवों के अंतिम संस्कार के लिए चलित शवदाह उपकरण लाये हैं।

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मॉस्को- रूस के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन के रूसी क्षेत्र में घुसने का दावा करते हुए जवाब में कीव पर मिसाइल हमले तेज करने का वादा शुक्रवार को किया।

रूस के अधिकारियों के अनुसार ब्रयांस्क क्षेत्र के क्लीमोवो गांव पर बृहस्पतिवार को हुए हमले में करीब 100 आवासीय इमारतें तबाह हो गयीं। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन के चेर्नेहिव क्षेत्र में रूसी बलों ने यूक्रेन के एक एमआई-8 हेलीकॉप्टर को मार गिराया जो कथित रूप से ब्रयांस्क क्षेत्र में हमले में शामिल था।

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लंदन-ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूस नौसेना के एक जलपोत के डूब जाने से मॉस्को की सेना को काले सागर में परिचालन के तरीके बदलने होंगे।

उल्लेखनीय है कि मास्कोवा पोत संदिग्ध परिस्थितियों में क्षतिग्रस्त होने के बाद डूब गया था। यूक्रेन ने दावा किया था कि वह उसके मिसाइल हमले में क्षतिग्रस्त हुआ जबकि मॉस्को ने माना कि पोत पर आग लगी है लेकिन हमले से इंकार किया।

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कीव, यूक्रेन -- यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बृहस्पतिवार रात देश के नाम दिए वीडियो संबोधन में देशवासियों से कहा कि उन्हें इस युद्ध में 50 दिन तक जीवित रहने पर काफी गर्व होना चाहिए, जबकि रूस ने ‘उन्हें सिर्फ पांच दिन दिए थे।’

उन्होंने इसे ‘‘ लाखों यूक्रेनियाई लोगों की उपलब्धि करार दिया जिन्होंने 24 फरवरी को अपने जीवन का सबसे महत्वपूर्ण लड़ने का फैसला किया।’’

यूक्रेन ने कैसे रूसी आक्रमण का सामना किया है, इस बात का जिक्र करते हुए जेलेंस्की ने कहा, ‘‘....जिन्हें लगता था कि समुद्र के तल में पहुंचने के बाद भी रूसी युद्धपोत बच सकता है।’’ अपने संबोधन में उन्होंने युद्धपोत का बस इतना ही जिक्र किया।

जेलेंस्की ने आक्रमण के पहले दिन को याद करते हुए कहा कि विश्व के कई नेता अनिश्चित थे कि क्या यूक्रेन बचेगा और उन्होंने उन्हें देश छोड़ने की सलाह दी थी।

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘लेकिन वे नहीं जानते थे कि यूक्रेनियाई कितने बहादुर हैं, उनके लिए आजादी की कितनी कीमत है और उनकी इच्छा के अनुरूप जीने की संभावना कितनी है।’’

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ओटावा, ओंटारियो - पोलैंड में यूक्रेनी शरणार्थियों की देखभाल, समन्वय और पुनर्वास में मदद करने के लिए कनाडा अपने सैनिकों को भेज रहा है।

कनाडा की रक्षा मंत्री अनिता आनंद ने घोषणा की कि बृहस्पतिवार को पोलैंड में 150 सैनिकों की तैनाती की जाएगी।

24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद से 26 लाख से अधिक यूक्रेनी नागरिकों ने पोलैंड, जबकि 20 लाख से अधिक लोगों ने अन्य पड़ोसी देशों में पनाह ली है।

आनंद ने कहा कि अधिकतर सैनिकों को यूक्रेनी शरणार्थियों की देखभाल और पंजीकरण में मदद करने के लिए पोलैंड के स्वागत केंद्रों में तैनात किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता प्रयासों के समन्वय में मदद करने के लिए भी एक समूह भेजा जा रहा है।

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कीव- संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम के प्रमुख डेविड बेस्ली ने कहा कि यूक्रेन में रूसी सेना से घिरे बंदरगाह शहर मारियुपोल में लोग ‘‘भूख से दम तोड़ रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि यू्क्रेन में मानवीय संकट के और गहराने की आशंका है, क्योंकि रूस आने वाले हफ्तों में हमले तेज कर सकता है।

कीव में ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को दिए एक साक्षात्कार में बेस्ली ने कहा कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से इसकी सीमाएं अस्थिर हो सकती हैं और बेहतर जीवन की तलाश में दूसरे देशों का रुख करने वाले प्रवासियों की संख्या बढ़ सकती है।

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