लुधियाना: पंजाबी गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ के न्यू ईयर ईव कंसर्ट के दौरान कानूनी विवाद ने नया मोड़ लिया. इस विवाद की शुरुआत चंडीगढ़ के एक सहायक प्रोफेसर पंडितराव धरेनवार द्वारा दाखिल की गई शिकायत से हुई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि दिलजीत के कुछ गीत शराब के सेवन को बढ़ावा देते हैं.
शिकायत के बाद, पंजाब सरकार के महिला और बाल विभाग के उप निदेशक ने लुधियाना के जिला आयुक्त को एक औपचारिक नोटिस जारी किया. इस नोटिस में कहा गया कि दिलजीत को अपने लाइव शो में शराब को बढ़ावा देने वाले गीतों को न गाने दिया जाए, जैसे 'पटियाला पेग', '5 तारा थेके' और 'केस (जीब विचो फीम लब्बीया)'. शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया कि दिलजीत को पहले भी इन गीतों के लिए चेतावनी दी गई थी, लेकिन उन्होंने कुछ बदलावों के साथ इन्हें प्रदर्शन में रखा.
पंडितराव धरेनवार ने इस प्रकार के गीतों के प्रभाव को लेकर गंभीर चिंता जताई, खासकर जब ये गीत युवा दर्शकों, विशेषकर नाबालिगों, के बीच प्रसारित होते हैं. उन्होंने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के 2019 के आदेश का भी हवाला दिया, जिसमें कोर्ट ने सार्वजनिक आयोजनों में शराब, नशीले पदार्थों और हिंसा को बढ़ावा देने वाले गीतों पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया था.
दिलजीत के लिए यह विवाद नया नहीं है. इससे पहले अहमदाबाद में एक प्रदर्शन के दौरान उन्होंने वादा किया था कि अगर भारत सरकार शराब पर देशव्यापी प्रतिबंध लगाएगी, तो वह शराब से संबंधित गीत नहीं गाएंगे.
हालांकि, इन कानूनी विवादों के बावजूद, दिलजीत का 'दिल-ल्यूमिनाटी' टूर सफलता की ओर बढ़ रहा है और उनके सभी कंसर्ट के टिकट जल्दी बिक रहे हैं.