आम आदमी पार्टी अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लेती है: दुष्यंत गौतम
Dushyant Gautam (img: tw)

नई दिल्ली, 1 जनवरी : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने बुधवार को अरविंद केजरीवाल द्वारा आरएसएस प्रमुख को लिखी गई चिट्ठी को 'ध्यान भटकाने का हथकंडा' करार दिया. दावे के साथ कहा कि दिल्ली की जनता अब उन्हें समझ चुकी है. भाजपा नेता ने कहा, " जो लोग पिछले दस-बारह सालों से काम नहीं कर रहे हैं, अब जब समय की मांग है तो वे अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ने के लिए अपने काम से ध्यान भटकाने के हथकंडे अपना रहे हैं. वे यहां-वहां की बातें करके लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं, और इसी के चलते वे नए-नए वादे करने लगे हैं." गौतम ने केजरीवाल की मंशा पर सवाल उठाते हुए आगे कहा, "हालांकि, दिल्ली की जनता अब समझ चुकी है कि ये लोग सिर्फ और सिर्फ दिल्ली को लूटने के लिए आए हैं. इनका उद्देश्य सिर्फ दिल्ली को बर्बाद करना है."

उन्होंने आप पर आरोप लगाया कि वो बोलती ज्यादा है लेकिन जमीन पर कुछ होता हुआ नहीं दिखता. बोले, जो भी वे कहते हैं, वह सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी होती है और जमीन पर कुछ भी नहीं दिखाई देता. जैसे वे दावा करते हैं कि उन्होंने स्कूल बनाए, लेकिन असलियत में ऐसा कुछ नहीं हुआ. इसी तरह, जब वे यह कहते हैं कि पानी की समस्या का हल करेंगे, तो उस वादे की भी कोई सच्चाई नहीं निकलती. आज भी पानी का टैंकर माफिया चलता है. इसके अलावा, सड़कों का निर्माण भी नहीं हुआ है, और जो विकास के वादे किए गए थे, वे अधूरे रह गए हैं. यह भी पढ़ें : बीड सरपंच हत्या: आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया ‘जल समाधि’ प्रदर्शन

इसके साथ ही दुष्यंत गौतम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों का जिक्र किया. कहा कि प्रधानमंत्री ने लाल किले से यह घोषणा की थी कि आने वाले समय में वे हर किसी के छत को कच्चा नहीं रहने देंगे, और इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया गया है. उनके प्रयासों से अब तक 4 करोड़ लोगों को घर दिए गए हैं और अगले पांच सालों में तीन करोड़ और घर दिए जाएंगे. इसका एक बेहतरीन उदाहरण दिल्ली से मिल रहा है, जहां अब झुग्गी झोपड़ियों में रहने वालों के लिए पक्के मकान बनाए जा रहे हैं. यह योजना ऐसे लोगों को एक नई उम्मीद दे रही है जो नरक जैसे जीवन जी रहे थे. इसमें नल, जल, रसोई, गैस, और शौचालय जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. यह एक बहुत बड़ा कदम है, जो प्रधानमंत्री ने उठाया है.