नयी दिल्ली, आठ अक्टूबर ब्रिटेन का 30 सदस्यीय आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल भारत से मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के शेष मुद्दों पर सोमवार से यहां भारतीय दल के साथ इसके अगले दौर की बातचीत शुरू करेगा। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
दोनों देशों ने हाल ही में 13वें दौर की वार्ता संपन्न की है। वार्ता को गति देने के लिए वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल के नेतृत्व में एक दल पिछले सप्ताह लंदन गया था।
निवेश संबंधी मामलों से निपटने वाला ब्रिटेन का दल पहले से ही यहां है। उसकी वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ प्रस्तावित द्विपक्षीय निवेश संधि (बीआईटी) के लिए बातचीत तेज गति से बढ़ रही है।
अधिकारी ने कहा, “30 सदस्यीय दल कल यहां होगा। दोनों पक्ष ‘उत्पत्ति के नियम’ सहित शेष मुद्दों को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। सब कुछ अंतिम चरण में है।”
‘उत्पत्ति के नियम’ के प्रावधान यह निर्धारित करते हैं कि एफटीए देश में न्यूनतम प्रसंस्करण होना चाहिए ताकि अंतिम निर्मित उत्पाद को उस देश में उत्पन्न होने वाले सामान के रूप में बताया जा सके।
इस प्रावधान के तहत, कोई भी देश जिसने भारत के साथ एफटीए पर हस्ताक्षर किया है, वह सिर्फ एक लेबल लगाकर किसी तीसरे देश के माल को भारतीय बाजार में नहीं भेज सकता है। भारत को निर्यात करने के लिए उसे उस उत्पाद में एक निर्धारित मूल्यवर्धन करना होगा। इसके मानदंड माल की डंपिंग को रोकने में मदद करते हैं।
भारत और ब्रिटेन के बीच एक अलग समझौते के रूप में निवेश संधि पर बातचीत चल रही है। ये निवेश संधियां एक-दूसरे के देश में निवेश को बढ़ावा देने में मदद करती हैं।
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