Kolkata: कोलकाता में फर्जी कोविड टीका शिविर मामले में दो और गिरफ्तार
कोरोना की जांच करवाता शख्स (Photo: PTI)

कोलकाता, 29 जून : कोलकाता (Kolkata) में फर्जी कोविड टीकाकरण शिविर मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इन नयी गिरफ्तारियों के साथ, कोलकाता पुलिस इस मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिनमें फर्जी आईएएस अधिकारी देबांजन देब भी शामिल है जो शहर में फर्जी कोविड टीकाकरण शिविरों के आयोजन का मास्टरमाइंड था. अधिकारी ने बताया, “सोमवार रात की छापेमारी में, हमने नकताला इलाके से देब के रिश्तेदार और शहर के उत्तरी हिस्से से एक और 52 वर्षीय व्यक्ति को पकड़ा. दोनों देब के साथ सक्रिय रूप से शामिल थे.”

उन्होंने बताया कि देब के रिश्तेदार को शुरुआत से ही मालूम था कि वह आईएएस अधिकारी नहीं है और इसके बावजूद, उसने अवैध गतिविधियों में उसकी मदद करना जारी रखा. उन्होंने बताया, “रिश्तेदार ने यहां तक कि देब के साथ भी धोखाधड़ी की. दूसरा व्यक्ति तालताला इलाके के एक डॉक्टर के साथ जुड़ा हुआ है और वह शिविरों में आने वाले लोगों को कोविड का फर्जी टीका लगवाने में देब की मदद करता था.” अधिकारी ने बताया कि जांचकर्ताओं ने यह भी पाया कि बतौर “आईएएस अधिकारी” देब ने मिलावट वाला पेट्रोल मिलने की सूचना के बाद कस्बा इलाके में अपने कार्यालय के पास एक छापेमारी भी की थी. उन्होंने बताया कि छापेमारी की खबर देब की तस्वीर के साथ एक अखबार में छपी भी थी. यह भी पढ़ें : मोदी सरकार के आर्थिक राहत पैकेज को राहुल गांधी ने बताया ढकोसला, कहा- कोई परिवार इसे अपनी जरुरत पर नहीं कर सकता खर्च

अधिकारी ने बाया, “उसने एक चुनाव भी कराया था जहां उसके कर्मचारियों ने वोट डाले थे. चुनाव के बाद, उसने खुद को विजेता बताया था और वह खबर भी छपवाई थी कि वह पश्चिम बंगाल कर्मचारी संघ चुनावों में विजेता बना है.” देब को खुद को कोलकाता नगरपालिका का फर्जी संयुक्त आयुक्त बताने और फर्जी टीकाकरण शिविरों को चलाने के आरोप में पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था. उसके तीन सहयोगियों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने इन सभी के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया है.