ठाणे. महाराष्ट्र के ठाणे जिले की शाहपुर तहसील तीन लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने जांच के बाद रविवार को कहा कि उन्होंने इस विश्वास के चलते जान दी कि उन्हें मरने के बाद 'निर्वाण' प्राप्त होगा. शाहपुर में दो दिन पहले तीन लोगों के शव पेड़ पर लटके मिले थे.
एक अधिकारी ने बताया कि एक और व्यक्ति भी उन तीनों के साथ आत्महत्या करने जा रहा था , लेकिन अंतिम क्षणों में उसने अपना इरादा बदल दिया. अधिकारी ने कहा, ''खारदी गांव के निवासियों नितिन बेरे (35), महेन्द्र दुबेले (30) और मुकेश धावत (22) ने 14 नवंबर को अमावस्या की रात तीन साड़ियों का इस्तेमाल करके पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली थी। एक और व्यक्ति इस योजना में शामिल था, लेकिन अंतिम क्षणों में उसने अपना इरादा बदल दिया. यह भी पढ़े | Jagdish Chandra Bose Death Anniversary 2020: महान वैज्ञानिक जगदीशचंद्र बसु, दुनिया का पहला वैज्ञानिक जिसने पहचाना पौधों का दर्द!.
उन्होंने कहा, ''बेरे ने तीनों को आश्वस्त किया था कि अगर वे ऐसा करते हैं तो उन्हें निर्वाण की प्राप्ति होगी। इसके बाद उन्होंने चांदे गांव के नजदीक जंगल में साड़ी का फंदा बनाकर पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली. अधिकारी ने कहा कि इससे पहले उन्होंने उसी पेड़ के नीचे शराब भी पी थी। शुक्रवार को उनके शव बरामद हुए थे. पुलिस ने इस संबंध में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर लिया है और किसी भी प्रकार के संदेह से इनकार किया है.
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