नयी दिल्ली, तीन दिसंबर संसद की एक स्थायी समिति ने मंगलवार को कहा कि सरकार को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से निपटने के लिए एक कार्ययोजना बनानी चाहिए क्योंकि सभी आतंकी नेटवर्क और पनाहगाहों को नष्ट करके ही भारत में आतंकवादी हमलों को रोका जा सकता है।
लोकसभा में पेश अपनी रिपोर्ट में विदेश मामलों की स्थायी समिति ने कहा कि भारत को पड़ोसी देशों में आतंकी ढांचे को खत्म करने के लिए समन्वित वैश्विक प्रयास करने चाहिए। कांग्रेस सांसद शशि थरूर इस समिति के अध्यक्ष हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि समिति की इच्छा है कि "पाकिस्तान की नापाक गतिविधियों और विभिन्न आतंकवादी संगठनों के साथ उसके संबंधों को उजागर करने" के लिए सरकार को हर मंच पर अपने राजनयिक प्रयास जारी रखने चाहिए।
समिति ने देश में आतंकवादियों की घुसपैठ को रोकने के लिए भारत की भूमि सीमाओं और समुद्री मार्गों को मजबूत करने का भी आह्वान किया।
रिपोर्ट में कहा गया है, "समिति यह भी चाहती है कि सरकार को नियमित मूल्यांकन करना चाहिए कि क्या स्थिति पाकिस्तान सरकार के साथ उच्चस्तरीय बातचीत फिर शुरू करने के लिए अनुकूल है और उसके अनुसार कदम उठाए।"
इसमें कहा गया कि भारत में आतंकवाद की समस्या काफी हद तक सीमा पार से प्रायोजित है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "आतंकवादी संगठनों को भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान की आईएसआई (इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस) द्वारा सुरक्षित पनाहगाह, सामग्री सहायता, वित्त और अन्य रसद प्रदान की जाती है।"
समिति का कहना है कि सभी आतंकवादी नेटवर्क और पनाहगाहों को नष्ट करके ही देश में आतंकवादी हमलों को रोका जा सकता है।
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