मुंबई, 12 अगस्त : घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन तेजी रही और उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 130 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ. मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन आंकड़ें जारी होने से पहले से तेल एवं गैस और धातु तथा बिजली कंपनियों के शेयरों में मजबूती से बाजार लाभ में रहा. शरूआती कारोबार में बाजार में गिरावट रही और बाद में इसमें तेजी आई. अंत में बीएसई का तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 130.18 अंक यानी 0.22 प्रतिशत चढ़कर 59,462.78 अंक पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी लगातार पांचवे दिन 39.15 अंक 0.22 प्रतिशत की मजबूती के साथ 17,698.15 अंक पर बंद हुआ. इस दौरान तेल और गैस, धातु और बिजली शेयरों में मजबूती रही जबकि स्वास्थ्य सेवा और आईटी शेयरों में गिरावट आई. प्रमुख सूचकांक लगातार चौथे सप्ताह बढ़त में बंद हुए और साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 1,074 अंक यानी 1.83 प्रतिशत और निफ्टी 300 अंक यानी 1.95 प्रतिशत चढ़ा. कारोबारियों के अनुसार, वैश्विक बाजारों और विदेशी पूंजी प्रवाह में बड़े पैमाने पर सकारात्मक रुख से भी स्थानीय शेयर बाजारों को समर्थन मिला. उन्होने कहा कि इसके बावजूद सूचना प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही.
वहीं, विश्लेषकों का कहना है कि निवेशकों ने औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आंकड़े जारी होने से पहले मजबूत बुनियाद वाली कंपनियों के शेयरों में खरीदारी की है. सेंसेक्स के शेयरों में एनटीपीसी में सबसे अधिक 3.26 प्रतिशत की वृद्धि हुई. टाटा स्टील, पावरग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई और आईटीसी के शेयर भी लाभ में रहे. तेल की कीमतों में सुधार से रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 1.64 फीसदी की तेजी आई. दूसरी तरफ, इंफोसिस, मारुति, एलएंडटी, टेक महिंद्रा, सन फार्मा और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर गिरावट में बंद हुए. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘विदेशी निवेशकों के लिवाल होने और डॉलर सूचकांक में गिरावट से बाजार में तेजी आई. धातु और तेल एवं गैस की लिवाली बढ़ी जबकि आईटी और फार्मा कंपनियों के शेयरों ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया.’’
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने सीएनजी और पीएनजी की कीमतों को कम करने के लिए कुछ प्राकृतिक गैस उद्योगों से शहरों में गैस वितरण करने वाली कंपनियों को दिया है. इसके चलते तेल और गैस कंपनियों के शेयरों पर सबका ध्यान था.’’ इसके अलावा बीएसई मिडकैप में 0.15 प्रतिशत और स्मॉलकैप सूचकांक में 0.39 प्रतिशत की तेजी रही. एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की लाभ में रहा जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट नुकसान में बंद हुआ. वहीं, यूरोप के प्रमुख बाजार शुरूआती कारोबार में मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे. उन्होंने बृहस्पतिवार को 2,298.08 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.40 प्रतिशत बढ़कर 100 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.