नयी दिल्ली, 19 अगस्त : घरेलू शेयर बाजारों में पिछले कई दिन से जारी तेजी पर शुक्रवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स लगभग 652 अंक का गोता लगाकर 60,000 अंक से नीचे उतर गया. वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच मुनाफावसूली से बाजार नीचे आया. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में बढ़त के साथ खुला. लेकिन बाद में नुकसान में आ गया और अंत में 651.85 अंक यानी 1.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,646.15 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 823.43 अंक तक लुढ़क गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 198.05 अंक यानी 1.10 प्रतिशत बड़ी गिरावट के साथ 17,758.45 अंक पर बंद हुआ.
सेंसेक्स के शेयरों में इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, मारुति, एनटीपीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे ज्यादा नुकसान में रहे. दूसरी तरफ लार्सन एंड टुब्रो, इन्फोसिस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) लाभ में रहे. एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और जापान का निक्की नुकसान में रहे जबकि हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहा. यूरोप के प्रमुख बाजारों में ज्यादातर में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा. अमेरिकी शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट बृहस्पतिवार को बढ़त में रहा था. यह भी पढ़ें : Legends League Cricket: गौतम गंभीर ने लीजेंड्स लीग क्रिकेट के सीजन 2 में खेलने की पुष्टि की
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कमजोर वैश्विक रुख के बीच मुनाफावसूली से घरेलू शेयर बाजार पर असर पड़ा. ब्याज दरों में वृद्धि का असर बाजार पर दिखा...बिकवाली चौतरफा रही. सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली कंपनियों के शेयरों में गिरावट से सूचकांक नीचे आया है.’’ इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 95.25 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. शेयर बाजार के आंकड़ो के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक कई दिन के बाद शुद्ध बिकवाल रहे. उन्होंने बृहस्पतिवार को 1,706 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे.