पुलिस ने बताया कि शिमला जिले की कुपवी तहसील के कोठी गांव का निवासी मनीष यहां एक रेस्तरां में काम करता था।पुलिस के मुताबिक, घटना देर रात करीब दो बजे हुई जब संतिद्र पाल नामक 30 वर्षीय आरोपी पीड़ित के कमरे में घुस गया और उस पर धारदार हथियार से हमला कर दिया।उसने कहा कि पीड़ित मनीष पुलिस सहायता कक्ष की ओर भागा और उसने पीड़ित ने उसी हथियार से नियंत्रण कक्ष के दरवाजे का शीशा तोड़ दिया, जिससे उस पर हमला किया गया था।
पुलिस मनीष को इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (आईजीएमसीएच) ले गई जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
इस घटना पर राज्य की विधानसभा में भी चर्चा हुई। भाजपा के नेतृत्व वाले विपक्ष ने सरकार पर खराब कानून-व्यवस्था का आरोप लगाया।
पुलिस ने कहा कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है। उसने कहा कि आरोपी हरियाणा का निवासी है और वह दूसरे रेस्तरां में काम करता था।
पुलिस ने कहा कि सतिंद्र पाल हत्या के बाद चंडीगढ़ भाग गया और उसे पकड़ने के लिए एक टीम भेजी गई है।
भाजपा विधायकों ने विधानसभा में व्यवस्था के प्रश्न के तहत यह मामला उठाया।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य की राजधानी शिमला में एक पुलिस सहायता कक्ष के पास मनीष की बेरहमी से हत्या कर दी गई और पुलिस सो रही थी।
उन्होंने कहा कि पुलिस फोन टैप कर रही है और विधायकों के ठिकानों का पता लगा रही है, लेकिन आरोपी उनकी नाक के नीचे से निकलने में कामयाब रहे।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा को धमकियां मिली हैं, बिलासपुर के पूर्व कांग्रेस विधायक पर हमला किया गया। उन्होंने दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की गंभीर स्थिति है।
संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्द्धन चौहान ने कहा कि सरकार घटना से अवगत है और मामले की जांच करेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि सुधीर शर्मा सदन में हैं और जयराम ठाकुर को उनका प्रवक्ता नहीं बनना चाहिए।
शर्मा ने कहा कि धमकी भरे कॉल के संबंध में उनकी मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक से चर्चा हुई है और सरकार मामले को गंभीरता से ले रही है।
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