झड़प के दौरान फलस्तनियों द्वारा पुलिस पर पथराव करने और पटाखे फेंके जाने की भी खबरें हैं। ताजा झड़पों को इस विवादित शहर में पिछले कई महीनों में हुई सबसे भीषण हिंसा बताया जा रहा है।
इजराइल के कब्जे वाले पूर्वी यरूशलम में इस हफ्ते की शुरुआत में तनाव उस समय बढ़ गया, जब एक संदिग्ध फलस्तीनी हमलावर ने शुआफात शरणार्थी शिविर के प्रवेश द्वार पर स्थित जांच चौकी पर एक इजराइली सैनिक की गोली मारकर हत्या कर दी।
इजराइली सैनिक हमलावर की तलाश में जुटे हैं, जिससे उपेक्षित शुआफात शरणार्थी शिविर में आवाजाही बाधित हो गई है।
हालांकि, बुधवार को सड़कों पर रातभर हुई हिंसा में बृहस्पतिवार सुबह कमी आती दिखी, जब हजारों यहूदी सप्ताह भर चलने वाले सुक्कोट अवकाश का जश्न मनाने के लिए यरूशलम पहुंचने लगे।
बुधवार को पूर्वी यरूशलम और उसके आसपास के इलाकों में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर इजरायली सैनिकों और फिलिस्तीनियों के बीच झड़प होने की खबरें हैं।
इजराइल पुलिस ने कहा कि बुधवार की झड़प के दौरान 23 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से आधे नाबालिग थे। अधिकारियों ने बताया कि नकाबपोश प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों पर पत्थर, बम और पटाखे फेंके।
इजराइल पुलिस की ओर से जारी एक वीडियो में सड़कों पर जलते कूड़ेदान और अन्य मलबा नजर आ रहा है। अधिकारियों ने बताया कि कुछ जगहों पर सुरक्षाबलों ने उग्र प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए गोली चलाई। हालांकि, गोलीबारी में फिलहाल किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
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