देश की खबरें | चढते पारे से उत्तराखंड में वनाग्नि हुई विकराल

देहरादून, 19 अप्रैल मौसम के चढते पारे से उत्तराखंड के जंगलों में धधकती आग मंगलवार को और विकराल हो गयी जहां केवल पिछले 12 घंटों में वनाग्नि की 117 नयी घटनाओं ने 198.9 हेक्टेयर वन क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया । वन विभाग ने इसकी जानकारी दी ।

वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, शाम चार बजे तक प्रदेश में वनाग्नि की 117 नयी घटनाएं सामने आयीं जिनमें से गढ़वाल क्षेत्र में 32, कुमांउ क्षेत्र में 75 और वन्यजीव क्षेत्रों में 10 घटनाएं दर्ज की गयीं ।

इन घटनाओं में 198.9 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है जिससे 528000 रू की आर्थिक क्षति हो चुकी है ।

सोमवार को प्रदेश भर में दावानल की 27 घटनाएं दर्ज की गयी थीं ।

मुख्य वन संरक्षक, वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन, निशांत वर्मा ने बताया कि 15 फरवरी से शुरू हुए फायर सीजन से अब तक प्रदेश में वनाग्नि की कुल 721 घटनाएं सामने आयी हैं जिनमें 724.93 आरक्षित वन क्षेत्र सहित कुल 1020.29 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है ।

उन्होंने बताया कि इसमें अब तक 29,00,53 रू की आर्थिक क्षति का अनुमान लगाया गया है ।

हालांकि, गनीमत यह है कि अब तक इस साल वनाग्नि में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है ।

इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक में अधिकारियों को वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए ।

उन्होंने वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए जनसहयोग के साथ ही लोगों को जागरूक करने को भी कहा ।

वनाग्नि पर काबू पाने के लिए वन विभाग की टीमें मुस्तैदी से जुटी हैं लेकिन मौसम के तल्ख तेवरों के कारण उनके प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं ।

पिछले कई दिनों से राजधानी देहरादून और आसपास के क्षेत्रों के अलावा पहाडी क्षेत्र भी गर्मी से तप रहे हैं । मंगलवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया ।

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