जरुरी जानकारी | शेयर बाजार में पांच दिन में पहली तेजी; सेंसेक्स 166 अंक चढ़ा, वित्तीय, दवा कंपनियों के शेयर चढ़े

मुंबई,दो जुलाई घरेलू शेयर बाजार में पिछले चार कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर शुक्रवार को विराम लग गया और बीएसई सेंसेक्स 166 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। वित्तीय, दवा और आईटी कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी आयी।

बाजार में कारोबार सीमित दायरे में रहा और अंत में तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 166.07 अंक यानी 0.32 प्रतिशत बढ़त के साथ 52,484.67 अंक पर बंद हुआ।

इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 42.20 अंक यानी 0.27 प्रतिशत मजबूत होकर 15,722.20 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में 1.5 प्रतिशत की तेजी के साथ आईसीआईसीआई बैंक रहा। इसके अलावा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, टाइटन और इन्फोसिस में भी तेजी रही।

दूसरी तरफ, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, एशियन पेंट्स, सन फार्मा और बजाज ऑटो समेत अन्य शेयरों में गिरावट रही।

सेंसेक्स के तीस शेयरों में से 16 लाभ में जबकि 14 नुकसान में रहे।

खंडवार सूचकांक में बीएसई टिकाऊ उपभोक्ता सामाना, ऊर्जा, स्वास्थ्य, दूरसंचार, रियल्टी, बैंक और वित्तीय सूचकांक 1.23 प्रतिशत तक चढ़े। दूसरी तरफ बिजली, धातु, उपयोगी सेवाएं और पूंजीगत सामान से जुड़े सूचकांक नुकसान में रहे।

मिडकैप (मझोली कंपनियों से जुड़े सूचकांक) और स्मॉलकैप (छोटी कंपनियों से जुड़े सूचकांक) का प्रदर्शन मानक सूचकांकों से बेहतर रहा और इनमें 1.01 प्रतिशत तक की तेजी रही।

सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 440.37 अंक यानी 0.83 प्रतिशत और एनएसई निफ्टी 138.15 अंक यानी 0.87 प्रतिशत नीचे रहे।

रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘घरेलू शेयर बाजारों में कारोबाार सीमित दायरे में रहा और मानक सूचकांकों में हल्की तेजी रही।’’

उन्होंने कहा कि वित्तीय, दवा और रियल्टी सूचकांक में सुधार हुआ जबकि धातु और दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों (एफएमसीजी) में मुनाफावसूली की गयी। मझोले और छोटी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन बेहतर बना हुआ है। इसका कारण इन कंपनियों की बेहतर कमाई की उम्मीद से निवेशक आकर्षित हो रहे हैं।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार घरेलू बाजार में किसी ठोस संकेत के अभाव में मुख्य सूचकांक सीमित दायरे में रहे और हल्की बढ़त के साथ बंद हुए। घरेलू बैंक शेयरों में तेजी रही। हालांकि, आरबीआई ने अपनी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में यह कहा है कि एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति) सामान्य परिदृश्य में मार्च 2022 में बढ़कर 9.8 प्रतिशत तक जा सकता है।

एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग और सोल नुकसान में रहे जबकि तोक्यो में तेजी रही। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में सकारात्मक रुख रहा।

इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड मामूली गिरावट के साथ 75.79 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार चौथे दिन 19 पैसे टूटकर 74.74 पर बंद हुआ।

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