मुंबई, 11 मई स्थानीय शेयर बाजारों में सोमवार को उतार चढ़ाव भरे कारोबार में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी शुरूआती बढ़त गंवा कर अंत में गिरावट के साथ बंद हुए। सबसे ज्यादा गिरावट वित्तीय कंपनियों के शेयरों में दिखी।
यह गिरावट इस चिंता के बीच हुई कि बैंक कोरोना वायरस के जोखिम को देखते हुए अवरुद्ध ऋणों के लिए नुकसान का प्रावधान बढ़ा रहे हैं।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स शुरूआती कारोबार में अच्छी बढ़त के साथ खुला लेकिन बाद में बाजार दबाव में आ गया। सेंसेक्स अंत में 81.48 अंक यानी 0.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 31,561.22 अंक पर बंद हुआ।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 12.30 अंक यानी 0.13 प्रतिशत टूटकर 9,239.20 अंक पर बंद हुआ।
विश्लेषकों के अनुसार चीन और दक्षिण कोरिया जैसे देश में कोरोना वायरस के मामले फिर बढ़ने की खबरों तथा वैश्विक बाजारों से कमजोर रुख का भी निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा।
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में आईसीआईसीआई बैंक रहा। इसमें 5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आयी। इसके अलावा कोटक बैंक, एचयूएल, एचडीएफसी, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक तथा नेस्ले इंडिया नुकसान में रहे।
वहीं दूसरी तरफ हीरो मोटो कार्प, बजाज ऑटो, मारुति, टीसीएस और एचसीएल टेक लाभ में रहे।
अन्य बैंकों की तरह आईसीअईसीआई बैंक ने बही-खाता मजबूत करने के इरादे से कोरोना वायरस संकट को देखते हुए 2,725 करोड़ रुपये रुपये का प्रावधान किया है। इससे बैंक के शेयर पर असर पड़ा।
एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, इंडसइंडबैंक और आरबीएल बैंक ने भी कोरोना वायरस संकट के तहत कर्ज फंसने की आशंका को देखते हुए प्रावधान किये हैं। यह संकट के प्रभाव को बताता है जिसके लिये बैंक ुनाव