श्रीनगर, 27 मार्च : जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में आतंकियों ने शनिवार को एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) की गोली मारकर हत्या कर दी, जबकि उनके भाई को घायल कर दिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने कहा, ‘‘शनिवार रात करीब 8.35 बजे आतंकियों ने गोलीबारी की और एसपीओ इशफाक अहमद को बडगाम में चाडबुग स्थित उनके आवास के पास गंभीर रूप से घायल कर दिया. ’’ उन्होंने बताया कि गोलीबारी में अहमद के भाई उमर जान को भी गोलियां लगीं. अधिकारियों के अनुसार, दोनों भाइयों को बेमिना स्थित एसकेआईएमएस अस्पताल ले जाया गया, जहां अहमद की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि उमर का इलाज चल रहा है और हमलावरों को पकड़ने के लिए इलाके की घेराबंदी की गई है. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने एसपीओ की हत्या की निंदा की.
सिन्हा ने ट्विटर पर लिखा, “मैं एसपीओ इशफाक अहमद और उनके भाई उमर जान पर हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. शहादत प्राप्त करने वाले इशफाक को श्रद्धांजलि और उमर के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.” वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने ट्वीट किया, ‘‘हम मध्य कश्मीर स्थित बडगाम जिले के चाडबुग गांव में एसपीएओ इशफाक अहमद की कायराना तरीके से की गई हत्या की कड़ी निंदा करते हैं. हमारी संवेदना उनके प्रियजनों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रति है. हमले में घायल उनके भाई उमर के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं.’’ इस बीच, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने हत्या को बर्बर कृत्य करार दिया. पार्टी ने ट्वीट किया, ‘‘आज के दिन का समापन भी बडगाम में एसपीओ की हत्या के साथ हुआ. कैसे बर्बर और अमानवीय आतंकवाद हमारी युवा पीढ़ी को मिटा रहा है. हम इस कृत्य की निंदा करते हैं. मृतक की आत्मा को शांति मिले और परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं.’’ यह भी पढ़ें : सोशल मीडिया पर मुस्लिम महिलाओं को दुष्कर्म, हत्या की धमकी देने वाले पर कार्रवाई होगी: दिल्ली पुलिस
वहीं, अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने कहा कि इस तरह की हिंसा का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘हम बडगाम में जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसपीओ इशफाक अहमद और उनके छोटे भाई पर हुए कायराना हमले की कड़ी निंदा करते हैं. हम इस मुश्किल समय में पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं. इस तरह की हिंसा का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं है और इससे केवल त्रासदियों और दुखों में ही वृद्धि होती है.’’ भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की. पार्टी महासचिव (संगठन) अशोक कौल ने कहा, ‘‘यह आतंकियों की हताशा है. अब वे समझ चुके हैं कि उनकी संख्या दिन प्रतिदिन कम हो रही है. निर्दोषों का खून बहाने से कुछ हासिल नहीं होगा. यह पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद है.’’