हैदराबाद, 31 जुलाई: अपने और आंध्र प्रदेश के बीच जल विवाद हल करने के लिए की जा रही केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय की कवायद को हास्यास्पद बताते हुए तेलंगाना ने केंद्र से पांच अगस्त को होने वाली शीर्ष परिषद की बैठक स्थगित करने का अनुरेाध करने का फैसला किया है. केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के बीच जल विवादों को हल करने के लिए शीर्ष परिषद की बैठक के लिए पांच अगस्त की तारीख तय की है.
बृहस्पतिवार रात को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा बुलाई एक उच्च स्तरीय बैठक में गोदावरी, कृष्णा नदियों और उसके जल आवंटन में राज्य के अधिकारों की रक्षा करने का फैसला लिया गया. विज्ञप्ति में कहा गया है, "बैठक में ऐसी इच्छा जताई गई कि चूंकि पांच अगस्त को सरकार के अन्य कार्यक्रम हैं तो इससे असुविधा हो सकती है. उच्च स्तरीय बैठक में शीर्ष परिषद की बैठक 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोहों के बाद 20 अगस्त को करने के लिए केंद्र को पत्र लिखने का मुख्य सचिव को सुझाव दिया गया."
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तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के बीच अपने-अपने राज्यों में गोदावरी और कृष्णा नदियों पर कुछ सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण को लेकर टकराव चल रहा है. चंद्रशेखर राव की अध्यक्षता में हुई बैठक में सर्वसम्मति से पानी की एक बूंद भी न गंवाने का फैसला किया गया और यह संकल्प लिया गया कि राज्य सरकार किसी भी हद तक जाकर अपने अधिकारों के लिए लड़ने को तैयार है. बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि सभी अदालती मामले, अधिकरण के विवाद हल किए जाए और अगर इस मामले पर टकराव जारी रहता है तो कुछ भी अच्छा नहीं होगा.
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