हैदराबाद, 9 जुलाई : तेलंगाना के भाजपा विधायक टी राजा सिंह दक्षिण कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा (Amarnath Cave) के पास बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में बाल-बाल बच गए. इस घटना में 13 लोगों की मौत हो गई. हेलीकॉप्टर से अमरनाथ पहुंचे राजा सिंह और उनके परिवार के सदस्यों ने मौसम बिगड़ने से पहले पहाड़ियों से उतरने के लिए खच्चरों का इस्तेमाल करने का फैसला किया. राजा सिंह ने शुक्रवार रात मीडिया से कहा, ''हमने महसूस किया कि मौसम अचानक बदल गया है और बिगड़ गया है. उन परिस्थितियों में हेलिकॉप्टर सेवा भी रद्द कर दी जाती. इसलिए हमने खच्चरों का उपयोग करके पहाड़ियों पर से उतरने का फैसला किया.
मैंने पहाड़ियों से करीब एक किलोमीटर नीचे बादल फटते देखा. कई तंबू बाढ़ में बह गए.'' चूंकि विधायक को विशेष सुरक्षा मिली हुई थी, इसलिए सेना ने परिवार को श्रीनगर पहुंचाने में मदद की. उन्होंने कहा कि तेलंगाना सहित विभिन्न राज्यों के लोग वहां फंसे हुए हैं. सिंह के अनुसार, शुक्रवार को दर्शन के लिए अमरनाथ गुफा में हजारों श्रद्धालु मौजूद थे. सिंह ने कहा, ''पहाड़ियों से पानी बह रहा था और कुछ तंबुओं में घुस गया. यह भी पढ़ें ": महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस ने शाह से की मुलाकात, मंत्रिमंडल गठन पर चर्चा
मेरा अनुमान है कि बाढ़ में कम से कम 50 लोग बह गए. अमरनाथ गुफा में सेना बहुत अच्छा काम कर रही थी. लेकिन, वे इस तरह की परिस्थितियों में असहाय थे और अंधेरा भी था.'' शुक्रवार को घटनास्थल पर मौजूद रहे एक अधिकारी ने कहा था कि करीब 40 लोग लापता हैं जबकि पांच को बचा लिया गया है. प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि 30 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा को इस त्रासदी के बाद स्थगित कर दिया गया है और बचाव अभियान खत्म होने के बाद इसे फिर से शुरू करने पर फैसला किया जाएगा.