जरुरी जानकारी | जूट बोरी की कीमत दो लाख रुपये प्रति टन करने का लक्ष्यः कपड़ा मंत्री

कोलकाता, दो जनवरी केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि निकट भविष्य में तैयार जूट बोरी की कीमत 1,15,000 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर दो लाख रुपये प्रति टन करने का उनका लक्ष्य है।

सिंह ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जूट से बनी बोरी की कीमत में बढ़ोतरी के इस लक्ष्य को सरकार, मिलों और किसानों सहित सभी हितधारकों के बीच घनिष्ठ समन्वय से हासिल किया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि केंद्र ने खाद्यान्न पैकेजिंग के लिए जूट बोरी की सरकारी खरीद के लिए एक नए मूल्य निर्धारण फॉर्मूले को मंजूरी दी है।

सिंह ने कहा, ‘‘इस साल जूट उत्पादों की बिक्री 14,000 करोड़ रुपये को पार कर जाने की उम्मीद है। यह उद्योग की वृद्धि और क्षमता को दर्शाता है।’’

उन्होंने कहा कि गोल्डन फाइबर के विकास से खासकर पश्चिम बंगाल में जूट उत्पादन में लगे 40 लाख किसान परिवारों और लगभग चार लाख जूट मिल श्रमिकों को लाभ होगा।

बैरकपुर स्थित आईसीएआर-सीआरआईजेएएफ के दौरे पर आए कपड़ा मंत्री ने जूट क्षेत्र की समीक्षा के लिए उद्योग प्रतिनिधियों से मुलाकात की और मूल्य संवर्धन एवं आधुनिकीकरण पर चर्चा की।

सिंह ने कहा कि कपड़ा मंत्रालय ने वृद्धि में इस क्षेत्र के योगदान को मजबूत करने और वैश्विक कपड़ा उद्योग में भारत की स्थिति को बढ़ाने के लिए कई पहल की हैं।

मंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान एक फ्लैक्स स्कूचिंग मशीन का उद्घाटन किया, जैव प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला का निरीक्षण किया और सीआरआईजेएएफ फाइबर संग्रहालय का दौरा किया।

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