डरबन: दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के महान बल्लेबाज एबी डिविलयर्स (AB de Villiers) इस बात से खफा हैं कि हाल में भारत (India) और दक्षिण अफ्रीका के बीच समाप्त हुई श्रृंखला में केवल दो टेस्ट मैच ही खेले गये जिसके लिए उन्होंने दुनिया भर में धड़ल्ले से चल रही टी20 लीग (T20 League) को जिम्मेदार ठहराया. डिविलियर्स ने बड़ी श्रृंखला की वकालत करते हुए कहा कि अगर दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम का पता करना है तो ‘कुछ तो बदलना होगा’.
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली गयी टेस्ट श्रृंखला 1-1 से बराबरी पर छूटी जिसमें मेजबान टीम ने सेंचुरियन में शुरुआती टेस्ट पारी और 32 रन से जीता जबकि मेहमान टीम ने केप टाउन में सात विकेट से दूसरा टेस्ट मैच जीता. IND vs AFG T20 Series: टीम इंडिया और अफगानिस्तान के बीच 11 जनवरी को खेला जाएगा हाईवोल्टेज मुकाबला, जानें किस टीम का पलड़ा भारी; यहां देखें हेड टू हेड रिकॉर्ड
डिविलियर्स ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘मैं इससे खुश नहीं हूं कि श्रृंखला में तीसरा टेस्ट नहीं था. आपको इसके लिए टी20 क्रिकेट को जिम्मेदार ठहराना होगा जो दुनिया भर में खेली जा रही हैं.’ उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं जानता कि किसे दोषी ठहराया जाये लेकिन मैं समझता हूं कि कुछ तो गलत है. अगर आप सभी टीमों को प्रतिस्पर्धा करते हुए देखना चाहते हो और दुनिया में कौन सर्वश्रेष्ठ टीम है, यह देखना चाहते तो कुछ तो बदलाव करना होगा.’
दक्षिण अफ्रीका अब फरवरी में न्यूजीलैंड का दौरा करेगी जो भी दो टेस्ट मैच की श्रृंखला के लिए ही होगा. लेकिन जब क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने इस श्रृंखला के लिए दूसरे दर्जे की टीम की घोषणा की तो सभी काफी हैरान हो गये क्योंकि इसमें ‘अनकैप्ड’ (जिसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला हो) नील ब्रांड टीम की अगुआई करेंगे.
इस श्रृंखला की तारीखें एसए20 लीग (दक्षिण अफ्रीका टी20 लीग) के दूसरे चरण के साथ पड़ रही हैं जो 10 जनवरी से 10 फरवरी के बीच खेली जायेगी जिसमें दक्षिण अफ्रीका के ज्यादातर खिलाड़ी खेल रहे हैं.
डिविलियर्स को लगता है कि टेस्ट क्रिकेट दबाव में है और उन्हें स्वीकार किया कि खिलाड़ी और कोच उन्हीं टूर्नामेंट को चुनेंगे जिसमें अच्छी धनराशि मिल रही है. उन्होंने कहा, ‘इससे दुनिया भर के क्रिकेट में हलचल मचा दी है और स्पष्ट कर दिया है कि टेस्ट क्रिकेट दबाव में है और यहां तक कि वनडे क्रिकेट भी क्योंकि पूरी प्रणाली ही टी20 क्रिकेट की ओर झुक रही है.’
डिविलयर्स ने कहा, ‘खिलाड़ी, बोर्ड और कोच उसी ओर झुकेंगे जहां ज्यादा धनराशि होगी. आप उन्हें दोषी नहीं ठहरा सकते क्योंकि वे अपने परिवार के साथ भविष्य के बारे में सोच रहे हैं.’
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