जरुरी जानकारी | शेयर बाजारों में लगातार तीसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 129 अंक और टूटा

मुंबई, 31 जुलाई वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली से शुक्रवार को सेंसेक्स 129 अंक और टूट गया। यह लगातार तीसरा कारोबारी सत्र है जबकि बाजार नीचे आया है।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 129.18 अंक या 0.34 प्रतिशत के नुकसान से 37,606.89 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 28.70 अंक या 0.26 प्रतिशत टूटकर 11,073.45 अंक पर बंद हुआ।

यह भी पढ़े | तमिलनाडु: ऑनलाइन क्लासेस के लिए स्मार्टफोन न मिलने पर 10वीं कक्षा के छात्र ने कथित तौर पर की आत्महत्या.

साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 522.01 अंक या 1.36 प्रतिशत नीचे आया है। वहीं निफ्टी में साप्ताहिक आधार पर 120.70 अंक या 1.07 प्रतिशत की गिरावट आई है।

सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर सबसे अधिक 1.98 प्रतिशत टूट गया। निवेशकों ने मौजूदा उच्चस्तर पर रिलायंस के शेयरों में मुनाफा काटा।

यह भी पढ़े | 7th Pay Commission: कोरोना काल में सरकारी नौकरी पाने का सुनहरा मौका, सैलरी- 62 हजार रुपये प्रतिमाह.

कंपनी ने जून तिमाही में रिकॉर्ड 13,248 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। हिस्सेदारी बिक्री से जहां रिलायंस इंडस्ट्रीज को एकमुश्त लाभ हुआ है, वहीं दूरसंचार कारोबार में बंपर आय से कंपनी कोविड-19 की वजह से रिफाइनिंग, पेट्रो रसायन तथा खुदरा खंड में आई गिरावट की भरपाई कर पाई है। कंपनी के नतीजे बृहस्पतिवार को घोषित किये गये।

एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, एशियन पेंट्स, कोटक बैंक, बजाज ऑटो तथा अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर भी नुकसान में रहे।

वहीं सन फार्मा, एसबीआई, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एक्सिस बैंक के शेयर 4.27 प्रतिशत तक चढ़ गए।

एसबीआई का शेयर 2.63 प्रतिशत चढ़ गया। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एसबीआई का एकल शुद्ध लाभ 81 प्रतिशत बढ़कर 4,189.34 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

कारोबारियों ने कहा कि कमजोर वैश्विक रुख के बीच घरेलू शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव रहा। पिछली तिमाही में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में रिकॉर्ड 32.9 प्रतिशत की गिरावट आई है।

हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की तथा दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। वहीं चीन का शंघाई कम्पोजिट लाभ के साथ बंद हुआ। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार मामूली लाभ में थे।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिका के सबसे खराब तिमाही सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) आंकड़ों के बाद एशियाई बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। वहीं शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी स्थिर रुख के साथ कारोबार कर रहे थे। भारत में भी अनिश्चितता दिखाई दे रही है। मुनाफावसूली तथा बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों के बाद उनके प्रदर्शन से बाजार प्रभावित हुआ।’’

नायर ने कहा कि सप्ताह के दौरान बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे आए और शेयर आधारित गतिविधियां देखने को मिलीं। साथ ही कोरोना वायरस के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। इससे साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई।

व्यापक बाजार रुख के उलट बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप 0.82 प्रतिशत तक के लाभ में रहे।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया तीन पैसे की बढ़त के साथ 74.81 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.51 प्रतिशत की बढ़त के साथ 43.47 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, एक दिन में रिकॉर्ड 55,078 की बढ़ोतरी के साथ शुक्रवार को देश में कोविड-19 के मामले 16 लाख को पार कर गए। अब तक इस महामारी से 35,747 लोगों की जान गई है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)