तमिलनाडु, तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों से बात की, संघीय ढांचे को बचाने की कोशिश की- मुख्यमंत्री ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( Photo Credit : ANI )

कोलकाता, 14 फरवरी : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा बनाने का प्रयास कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि उन्होंने तमिलनाडु तथा तेलंगाना के अपने समकक्षों से बात की और वे एक साथ मिलकर ‘‘देश के संघीय ढांचे का ध्वस्त किए जाने से बचाने’’ की कोशिश कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए प्रचार करने पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश गयीं तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि उस राज्य का मुख्यमंत्री ‘‘योगी नहीं बल्कि भोगी है.’’ उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने देश के ‘‘वृहद हित’’ को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश में चुनाव न लड़ने का फैसला किया. बनर्जी ने एक समाचार चैनल से कहा, ‘‘टीएमसी ने उत्तर प्रदेश में कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया क्योंकि मैं नहीं चाहती कि अखिलेश यादव (सपा प्रमुख) किसी भी सीट पर कमजोर पड़ें. चुनाव के पहले चरण में मुझे उम्मीद है कि अखिलेश की पार्टी 57 में से 37 सीटों पर जीत दर्ज करेगी.’’

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने दावा किया, ‘‘उस राज्य में महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता है और किसानों की हत्या कर दी जाती है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह वाराणसी में रैली करने के लिए तीन मार्च को उत्तर प्रदेश जाएंगी. उन्होंने कहा, ‘‘देश को तभी बचाया जा सकता है अगर पहले भाजपा के खिलाफ उत्तर प्रदेश को बचाया जाए. अगर हम 2024 में नरेंद्र मोदी को हराना चाहते हैं तो उत्तर प्रदेश तथा बंगाल जैसे बड़े राज्य सबसे ज्यादा मायने रखेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘वहां का मुख्यमंत्री ‘योगी’नहीं बल्कि ‘भोगी’ है. अगर भारत को बचाना है तो पहले उत्तर प्रदेश को बचाना होगा.’’ बनर्जी ने कहा कि वह वाराणसी में एक रैली करने के लिए तीन मार्च को फिर से उत्तर प्रदेश जाएंगी.

टीएमसी नेता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के किसी भी क्षेत्रीय दल से अच्छे संबंध नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘अपने आप को धर्मनिरपेक्ष होने का दावा करने वाले लोगों का यह कर्तव्य है कि वह सभी को एक मंच पर लाए. मैंने कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से भी वृहद हित में हाथ मिलाने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने सुनी नहीं, इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कर सकती. मेरी किसी से भी निजी दुश्मनी नहीं है. कांग्रेस अपने रास्ते चल सकती है, हम अपने रास्ते पर चलेंगे.’’

बनर्जी ने कहा कि देश को ‘‘नफरत और अत्याचारों के बीजों’’ से मुक्त करने का वक्त आ गया है. उन्होंने कहा कि भारत ‘‘अपने संविधान के ध्वस्त होने के साथ ही राष्ट्रपति रूप से सरकार बनाने की ओर बढ़ रहा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और तेलंगाना के अपने समकक्ष के चंद्रशेखर राव से बात की है और हम देश के संघीय ढांचे की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं.’’ बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी गोवा चुनावों में भी अच्छा प्रदर्शन करेगी. उन्होंने कहा, ‘‘गोवा में अब हर घर टीएमसी को जानता है. हम वहां अच्छा प्रदर्शन करेंगे. यह तो बस शुरुआत है.’’ यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री मोदी बोले, ‘परिवारवादी चारो खाने चित, दस दिन पहले यूपी के लोग मनाएंगे होली’

वह टीएमसी को पश्चिम बंगाल के चारों नगर निगमों में मिली प्रचंड जीत का जिक्र कर रही थी. बनर्जी ने उनकी पार्टी के पक्ष में वोट देने के लिए लोगों का आभार जताया. बनर्जी का फोन आने के बाद राव ने रविवार को कहा कि वह भाजपा के खिलाफ विभिन राजनीतिक दलों को एकजुट करने के प्रयासों के तहत जल्द ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और टीएमसी सुप्रीमो से मुलाकात करेंगे. राव ने कहा, ‘‘ममता बहन ने मुझे फोन किया. हमने फोन पर चर्चा की थी. उन्हेांने मुझे बंगाल आने का निमंत्रण दिया या वह हैदराबाद आएंगी. उन्होंने कहा कि मुझे डोसा खिलाओ. मैंने कहा आपका स्वागत है.’’ स्टालिन ने ममता से फोन पर बात करने के बाद ट्वीट किया, ‘‘प्रिय दीदी ममता बनर्जी ने संवैधानिक अधिकारों के हनन और गैर भाजपा शासित राज्यों के राज्यपालों द्वारा शक्तियों के दुरुपयोग पर अपनी चिंता को लेकर मुझे फोन किया. उन्होंने विपक्षी मुख्यमंत्रियों की बैठक का सुझाव दिया. मैंने उन्हें राज्य की स्वायत्ता बनाए रखने के लिए द्रमुक की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया.’’