देश की खबरें | सपा, बसपा और कांग्रेस आईसीयू में, उन्हें ऑक्सीजन मत दीजिए : केशव प्रसाद मौर्य

बरेली/ लखनऊ, आठ मई उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) व कांग्रेस आईसीयू में पड़े हैं, उन्हें निकाय चुनाव में ऑक्सीजन मत दीजिए।

उन्होंने जनता को आगाह करते हुए कहा कि अगर उन्हें मौका दिया गया तो जनता भी आईसीयू में चली जाएगी।

बरेली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महापौर उम्मीदवार उमेश गौतम के पक्ष चुनाव प्रचार करने आये मौर्य ने कहा कि ‘‘बरेली के विकास के लिए रुपया पैसा लाने की जरूरत होगी तो दिल्ली(केंद्र सरकार) और लखनऊ (प्रदेश सरकार) से लाया जाएगा।’’

उन्होंने कहा कि लक्ष्मी हाथी (बसपा का चुनाव चिह्न), हाथ (कांग्रेस का चुनाव चिह्न) और साइकिल (सपा का चुनाव चिह्न) पर नहीं आती बल्कि कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) पर ही आती हैं।

भाजपा प्रदेश मुख्यालय द्वारा लखनऊ में जारी बयान के अनुसार मौर्य ने शाहजहांपुर, बरेली, बदायूं तथा पीलीभीत में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभाओं को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘‘11 मई को कमल का बटन दबाने से माफियाओं और गुंडों की गर्दन अपने आप दब जाएगी।’’

मौर्य ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि सपा-बसपा व कांग्रेस ‘आईसीयू’ में पड़े हैं और उन्हें निकाय चुनाव में ऑक्सीजन मत दीजिए। उन्होंने आगाह किया कि इन दलों को ‘ऑक्सीजन’ मिलने पर ये फिर गुंडागर्दी शुरू कर देंगे।

उन्होंने कहा कि जब 13 मई को नगर निकाय चुनाव के परिणाम आएंगे तब बसपा, सपा और कांग्रेस (प्रतिस्पर्धा से)बाहर हो जाएंगी और बोलेंगी कि भाजपा के लोगों ने गड़बड़ किया है।

उन्होंने दावा किया कि बरेली नगर निगम सहित प्रदेश के 17 नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों भाजपा भारी जीत दर्ज करेगी।

मौर्य ने दावा किया, ‘‘ डबल इंजन (केंद्र और प्रदेश की) सरकार की जगह ‘ट्रिपल इंजन’ की सरकार बन रही है, गुंडागर्दी माफियागिरी का अंत हो रहा है और विकास के नए युग की शुरुआत हो गई है।’’ उन्होंने लोगों से अपील की कि भाजपा प्रत्याशी को इस नगर निगम चुनाव में जीत दिलाएं।

मौर्य ने कहा कि नगर निकाय चुनाव में भाजपा की ‘ट्रिपल इंजन’ की सरकार बनने से नगरों का अपेक्षित विकास होगा।

उन्होंने दावा किया कि भाजपा गरीबों का दर्द बखूबी जानती है, जबकि अन्य राजनीतिक दलों के चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए नेता गरीबों का दर्द नहीं जानते जिसकी वजह से पहले की सरकारों में सरकारी योजनाओं का सिर्फ 15 प्रतिशत ही जनता तक पहुंचा था और 85 प्रतिशत दलालों और बिचौलियों के जेब में चला जाता था।

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