कोच्चि, 11 जनवरी मशहूर गायक पी. जयचंद्रन का शनिवार को यहां उनके पैतृक घर के परिसर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
‘गार्ड ऑफ ऑनर’ के बाद उनके बेटे दीनानाथन ने चिता को मुखाग्नि दी।
जयचंद्रन का अंतिम संस्कार चेंदमंगलम में उनके पैतृक आवास के परिसर में संगीत प्रेमियों और विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठित हस्तियों की मौजूदगी में किया गया।
इससे पहले पार्थिव शरीर को सार्वजनिक श्रद्धांजलि के लिए इरिंजालकुडा के राष्ट्रीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में रखा गया था, जहां जयचंद्रन ने पढ़ाई की थी।
प्रसिद्ध गीतकार और संगीत निर्देशक श्रीकुमारन थम्पी, उच्च शिक्षा मंत्री आर. बिंदु, मंत्री एम.बी. राजेश और विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने दिवंगत गायक को श्रद्धांजलि अर्पित की।
जयचंद्रन का 80 वर्ष की आयु में बृहस्पतिवार को शाम करीब सात बजकर 55 मिनट पर त्रिशूर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था।
उन्होंने मलयालम, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी में 16 हजार से अधिक गीत गाये हैं। प्रेम, लालसा एवं भक्ति भावनाओं को खूबसूरती से व्यक्त करने वाली भावपूर्ण प्रस्तुतियों के लिए उन्हें ‘भाव गायकन’ कहा जाता था।
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