केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बीएसएफ, सीआरपीएफ जैसे केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर शुक्रवार को चिंता जताते हुए कहा कि सैनिकों की सुरक्षा और कल्याण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की प्राथमिकता है. सीएपीएफ में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस), एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) और एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) आते हैं.
गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, शाह ने कोरोना योद्धाओं की स्वास्थ्य-जांच और वक्त पर उनका इलाज करने तथा उनकी मृत्यु होने की स्थिति में वक्त पर राशि का भुगतान परिवार को करने का निर्देश दिया. शाह की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में इन बलों में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर चर्चा हुई. बैठक में बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी और एनएसजी के महानिदेशकों के अलावा गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.
बयान के अनुसार, बैठक में गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ना सिर्फ कोरोना वायरस संक्रमण फैलने को लेकर चिंतित है बल्कि सीएपीएफ के सभी कर्मियों की सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. उन्होंने कोरोना वायरस से संक्रमित सभी जवानों का हालचाल जाना और उनके बारे में भी जानकारी प्राप्त की जो संक्रमित हैं, लेकिन उनमें लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं.
अभी तक सीएपीएफ के 530 कर्मियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इन बलों के पांच जवानों, बीएसएफ और सीआईएसएफ के दो-दो और सीआरपीएफ के एक जवान की कोविड-19 से मौत हो चुकी है. फिलहाल बीएसएफ के 221, सीआरपीएफ के 161, सीआईएसएफ के 35, आईटीबीपी के 94 और एसएसबी के कम से कम 17 जवानों का कोरोना वायरस संक्रमण के लिए इलाज चल रहा है. शाह ने बलों में वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने और उनके हित/कल्याण के लिए उठाए गए कदमों पर चर्चा की.
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